कोवैक्सीन के चलते पोलियो अभियान किया स्थगित, गुरूवार को आ सकती है कोवैक्सीन

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5 साल से कम उम्र वाले बच्चों को दो बूंद जिंदगी के लिए अभी कुछ दिन ओर इंतजार करना होगा। क्योंकि कोवैक्सीन के चलते पोलियो अभियान का स्थगित कर दिया गया है। निदेशालय की ओर से अभी कोई तारीख तय नहीं की गई है।

17 जनवरी से शुरू होने वाले पल्स पोलियो अभियान को स्वास्थ्य विभाग ने स्थगित करने का निर्णय लिया है। क्योंकि 16 जनवरी को कोवैक्सीन की तारीख घोषित होने के बाद तैयारियों में जुट गई है। अभियान को स्थगित करने से फिलहाल सवा तीन लाख बच्चों को पोलियो की दवा नहीं पिलाई जा सकेगी।

कोवैक्सीन के चलते पोलियो अभियान किया स्थगित, गुरूवार को आ सकती है कोवैक्सीन

महामारी के दौरान भी कोई पोलियो अभियान चलाया नहीं गया था। लेकिन अब कोवैक्सीन के चलते इसको स्थगित कर दिया है। निदेशायल की ओर से अब तक इसके लिए कोई तिथि तय नहीं की गई है। डिप्टी सीएमओ डाॅक्टर रमेश ने बताया कि पोलियोे अभियान को कैंसिल करने का आदेश मिला है। जिसके चलते इसे रोका गया है। इसकी जगह स्वास्थ्य कर्मचारियों को कोवैक्सीन लगाई जाएगी।

नहीं मना पाएंगें सिल्वर जुबली


बच्चों को दिव्यांग से निजात दिलाने के लिए भारत में 25 साल पहले पल्स पोलियो अभियान की शुरुआत की गई थी। इस साल कई राज्यों में इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग सिल्वर जुबली मनाने की तैयारी में था। जो अब नहीं हो सकेगा। जिला टीकाकरण अधिकारी ने बताया कि भारत ने डब्ल्यूएचओ ने पोलियो उन्मूलन प्रयास के परिणाम स्वरूप 1995 में पल्स पोलियो अभियान शुरू किया था। इसके तहत 5 वर्ष से कम आयु के सभी बच्चों को पोलियो समाप्त होने तक हर वर्ष दिसंबर और जनवरी माह में ओरल पोलियो टीके की दो खुराक दी जाती हैं। यह अभियान सफल सिद्ध हुआ है और भारत में पोलियो माइलिटिस की दर में काफी कमी आई है। 2006 के बाद से एक भी पोलियो का मरीज जिले में नहीं मिला है।

कोवैक्सीन के चलते पोलियो अभियान किया स्थगित, गुरूवार को आ सकती है कोवैक्सीन

आज आ सकती है कोवैक्सीन


उन्होंने बताया कि महामारी की रोकथाम के लिए सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की कोवैक्सीन देश में पहुंच गई है। हरियाणा में वैक्शीन भंडारण केंद्र करनाल में बनाया गया। जिसके चलते गुरूवार को कोवैक्सीन आने की उम्मीद है। जिले में कोवैक्सीन को रखने के लिए दो जगह स्टोर बनाए गए है। पहला एनआईटी 3 नंबर स्थित ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज व अस्पताल और बीके अस्पताल में बने रेडक्रास सोसाइटी के सामने वाले विभाग में बनाया जाएगा। स्टोर में डीप फ्रिजर को लगाया जा चुका है। गुरूवार को कोवक्सीन आने की उम्मीद है। करीब 20 हजार कोवैक्सीन जिले में आने की उम्मीद है। यहां से वैक्सीन एसी एम्बुलेंस के जरिये टीकाकरण के लिए चिन्हित सभी 45 स्वास्थ्य केंद्रों पर पहुंचाई जाएगी।

कोवैक्सीन के चलते पोलियो अभियान किया स्थगित, गुरूवार को आ सकती है कोवैक्सीन

इन जगहों पर लगाई जाएगी कोवैक्सीन


स्वास्थ्य विभाग की ओर से छह केंद्रों पर कोवैक्सीन का ड्राई रन किया गया था। जोकि पूरी तरह से सफल हुआ। वह छह केंद्र प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खेड़ीकलां, तिगांव, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कौराली, एफआरयू.1 सेक्टर.3 और एफआरयू.2 सेक्टर.30 व ईएसआइसी मेडिकल कालेज शामिल है। इन छह केंद्रों पर 16 जनवरी से कोवैक्सीन की शुरुआत की जाएगी। प्रत्येक केंद्र पर सौ स्वास्थ्य कर्मियों को कोवैक्सीन लगाई जाएगी। जिले में बीके अस्पताल और ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज व अस्पताल के साथ ही 45 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हंै। इसके अलावा आठ बड़े अस्पताल और करीब 350 नर्सिंग होम है। इन सभी जगहों पर करीब 20 हजार स्वास्थ्यकर्मी कार्य करते हैं। सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार स्वास्थ्य कर्मियों का डाटा तैयार कर को इन पोर्टल पर अपलोड कर दिया गया है।