गर्मिया शुरू होने से पहले ही बिजली विभाग की टीम ने पेड़ की टहनियों की कटिंग करना आरंभ कर दिया है गर्मियों के मौसम में लोगों को बिजली की तरफ से कहीं परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इस बात को ध्यान में रखते हुए बिजली विभाग की टीम ने अभी से ही पेड़ो कि टहनियों की कटिंग करना शुरू कर दिया।
यह साल में दो बार होती है। कहीं जगहों पर बिजली की हाई टेंशन लाइन पेड़ की टहनियों के बीच से जा रही है। बता दे कि पिछले दिनों बल्लभगढ़ मार्केट में एक जर्जर तार टूटकर गिर गया था। हालांकि वह तार काफ़ी पुराना हो गया था और किसी ने इस बात पर उस समय ध्यान नहीं दिया। बिजली के इस तार की चपेट में आई एक महिला की मौत हो गई थी।
इस हादसे के बाद एनबीटी की टीम ने शहर के अलग-अलग इलाकों की पड़ताल की। पड़ताल के दौरान यह सामने आया कि ऐसे कई इलाकों में पुराने पोल पर झूलते तार दिखे। जो वहां के स्थानीय लोगों के लिए बहुत ही हानिकारक साबित हो सकते हैं। कुछ जगह पर तो पेड़ों की टहनियों के बीच से बिजली के तारों का जाल दिखा।
बारिश के समय पर पेड़ में करंट आने का खतरा बढ़ जाता है। बता दे की स्थानीय लोग कई बार बिजली विभाग से पेड़ों की छंटाई की मांग कर चुके हैं। लोगों को आरोप है कि उनकी कोई सुनवाई नहीं होती है।
जब लोगों ने बिजली विभाग से पेड़ों की छंटाई की मांग की और बिजली विभाग की कोई सुनवाई नहीं हुई।
खबर छपने के बाद बिजली विभाग के अधिकारियों ने कुछ समय से पेड़ों की कटिंग शुरू कर दी है। इस विषय पर बिजली निगम एसई प्रदीप चौहान का कहना है कि पेड़ की टहनियों की कटिंग शुरू कर दी गई है। कुछ जगह पर लोग विरोध भी करते हैं। ऐसे में उनके सहयोग की जरूरत है। तभी बिजली व्यवस्था को सुधारा जा सकता है।
वन विभाग और बिजली विभाग के बीच सामंजस्य का अभाव कहें या कुछ और। जिस तरह से सड़क के किनारे वन विभाग के द्वारा लगाए गए वृक्षों को बिजली विभाग विद्युत प्रवाह में व्यावधान का कारण मानते हुए काटने में जुटी है।
उससे लोगों में तरह.तरह की चर्चा हो रही है।बिजली विभाग की टीम बिजली के तरो को सही ढंग से लगाने के लिए पेड़ों की छंटाई कर रहे हैं। ताकि गर्मियों के समय में बार बार बिजली कट ना हो और लोगों को बिजली को लेकर किसी प्रकार की परेशानी ना हो।
बता दे की जब इस विषय पर एस डी ओ मनमोहन सिंह बात की गई। तो उन्होंने बताया कि बिजली के तार पेड़ो के बीच में आ जाते जिसे ठीक करने के लिए बार बार बिजली कट करनी पड़ती है यह कार्य वह गर्मियों के आने से पहले ही पूरा करना चाहते हैं। ताकि गर्मियों में काम से काम बिजली कट हो। हालांकि इसके लिए उन्होंने एम सी एफ से अनुमति ले ली हैं। और यह कार्यक्रम साल में दो बार होता हैं।