चंडीगढ़: कांग्रेस विधायक नीरज शर्मा का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय मानचित्र पर साइबर हब के रूप में अंकित हो चुके गुरुग्राम को पुलिस भ्रष्टाचार के चंगुल से निकालना होगा। गुरुग्राम में संगठित तरीके से काल सेंटर संचालकों से पुलिस खुली लूट कर रही है।
अभी तीन करोड़ रुपये की रिश्वत मांगने का प्रकरण चल ही रहा है मगर इसी बीच एक और काल सेंटर संचालक से 20 लाख रुपये की रिश्वत मांगने का मामला सामने आया है।
काल सेंटर संचालक संजय कुमार ने पुलिस आयुक्त केके राव से इसकी शिकायत की तो उन्होंने एसीपी करण गोयल की जांच पर तत्काल प्रभाव से दो हवलदारों मनोज और संदीप को निलंबित कर दिया है। डीसीपी आस्था मोदी ने भी इसकी पुष्टि की है।
नीरज शर्मा का कहना है कि तीन करोड़ रुपये की रिश्वत प्रकरण में गृहमंत्री अनिल विज ने डीजीपी से रिपोर्ट मांगी है मगर यह मामला शांत करने के लिए पुलिस के कई अधिकारी सक्रिय हो गए हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि ऐसे कैसे हो सकता है
कि एक इंस्पेक्टर जिसने रिश्वत के पैसे लिए और पहले तो 15 दिन तक पुलिस की गिरफ्त से फरार रहा और फिर उसने गुरुग्राम में आत्मसमर्पण कर दिया। छह दिन के पुलिस रिमांड पर भी विजिलेंस की टीम एक भी शब्द इंस्पेक्टर विशाल से नहीं उगलवा पाई। विजिलेंस के वरिष्ठ अधिकारी विशाल के पैराेकार अधिकारियों से सहम गए हैं।
विधानसभा अध्यक्ष बनाए सर्वदलीय कमेटी
नीरज शर्मा का कहना है कि वे विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता को पत्र लिखकर इस मामले में सर्वदलीय कमेटी बनाने की मांग करेंगे। शर्मा के अनुसार गुरुग्राम को यदि पुलिस के भ्रष्टाचार से मुक्त नहीं कराया गया तो यह शहर पिछड़ जाएगा।
इस शहर में कोई विदेशी कंपनी न तो अपना कार्यालय बनाएगी और न ही कोई यहां निवेश करेगा। विधायक नीरज शर्मा ने कहा कि वे बजट सत्र के दौरान गुरुग्राम पुलिस के भ्रष्टाचार के मुद्दे उठाएंगे।
काल सेंटर संचालकों से पुलिस की खुली लूट के मामले में फरीदाबाद में भी हाेते रहे हैं। फरीदाबाद में तो पुलिस कस्टडी में एक संजय नामक युवक की मौत भी हो चुकी है।