फरीदाबाद पुलिस के बारे में ऐसा काफी बार कहा जाता है कि बहुत से मामलों में वो शिकायत दर्ज किये बिना ही पीड़ित को भेज देती है। ऐसा ही एक ताज़ा मामला ग्रीन फील्ड कॉलोनी से आया है। दरअसल, यहां रहने वाले एक व्यक्ति के घर से 5 दिनों के भीतर 2 साइकल चोरी हो गयीं लेकिन पुलिस ने उसकी शिकायत दर्ज नहीं की। उन साइकिल की कीमत पीड़ित ने 35 हज़ार बताई है।
आम आदमी पुलिस थाने जाने में संकोच करता है। यदि पुलिस का बर्ताव भी ऐसा ही होता है तो आम आदमी को यह आश्वासन कौन देगा कि वह बेखौफ रहे। बात अगर किसी अपराध की रिपोर्ट लिखाने की हो तो आम आदमी के ज़हन में कई सवाल आते हैं और वह सोचता है कि अगर पुलिस ने रिपोर्ट नहीं लिखी तो?
ऐसी ही सोच अब फरीदाबाद में पुलिस वाले आम जनता की सच करने में लगे हुए हैं। इस मामले में पीड़ित परिवार का आरोप है कि दोनों ही बार एक ही व्यक्ति ने चोरी की है। काफी बार तो ऐसा भी होता है कि पुलिसकर्मी शिकायत पर पीड़ित के बयान लिए बिना या जांच किए बिना ही लिख देते हैं कि मामला विचाराधीन है।
पुलिस को चाहिए कि अपराध के छोटे मामले या शिकायतों पर विशेष ध्यान देते हुए निष्पक्ष उसकी जांच करें। जब भी कोई संज्ञेय अपराध होता है याने गंभीर प्रवृत्ति का अपराध हो तो इसकी प्रथम सूचना रिपोर्ट पुलिस को तुरंत दी जानी चाहिए और पुलिस का काम है कि वह इस तरह के अपराध की रिपोर्ट अपने प्रथम सूचना रिपोर्ट रजिस्टर में दर्ज करे।
पीड़ित परिवार के अनुसार उन्होंने लॉकडाउन के समय अपने बच्चों के लिए 35 हज़ार रुपए की 2 साइकिलें खरीदी थीं। लेकिन अब वह चोरी हो गयी हैं। पुलिस का काम है कि संज्ञेय अपराध की एफआईआर लिखे लेकिन ऐसे मामलों में भी उसको ध्यान देना चाहिए।