दवाई में कैप्सूल के बाद अब पढ़ाई में भी कैप्सूल, शिक्षा विभाग ने कैप्सूल कोर्स का किया निर्माण

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कोरोना के चलते बच्चों की शिक्षा काफी प्रभावित हुई है जिसके मद्देनजर शिक्षा विभाग ने खास प्लांनिंग की है। शिक्षा विभाग ने एक तरफ जहां सिलेबस को 70 प्रतिशत कम किया वही अब कैप्सूल कोर्स की भी शुरुआत करने की योजना बनाई है।

दरअसल, कोरोना के चलते बच्चें की पढ़ाई खराब न हो इसके लिए ऑनलाइन लेने पर जोर दिया परंतु संसाधन के अभाव के चलते विद्यार्थियों का एक तबका क्लासेज लेने में असमर्थ रहा हालांकि सरकार द्वारा पूरी कोशिश की गई कि बच्चे शिक्षा से वंचित न हो। इसी के मद्देनजर शिक्षा विभाग ने सिलेबस को 70 प्रतिशत तक कम कर दिया है।

दवाई में कैप्सूल के बाद अब पढ़ाई में भी कैप्सूल, शिक्षा विभाग ने कैप्सूल कोर्स का किया निर्माण

वही अब शिक्षा विभाग ने कैप्सूल कोर्स तैयार करने की योजना बनाई है। यह कैप्सूल कोर्स केवल राजकीय विद्यालय में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के लिए तैयार किया गया है। इस कैप्सूल कोर्स में पूरे साल के सिलेबस को केवल 4 महीनों में पूरा किया जाएगा, उसके बाद परीक्षा होगी।

फिलहाल एससीईआरटी द्वारा पांचवीं से आठवीं तक के विद्यार्थियों के लिए इस कोर्स की प्लांनिंग की गई है। इसके लिए विशेषज्ञों की टीम ने काम करना शुरू कर दिया है ताकि जल्द से जल्द इस कैप्सूल कोर्स को पूरा किया जा सके।

दवाई में कैप्सूल के बाद अब पढ़ाई में भी कैप्सूल, शिक्षा विभाग ने कैप्सूल कोर्स का किया निर्माण

इस कैप्सूल कोर्स में विद्यार्थियों को वर्कशीट्स, वीडियो, फोटोज के जरिए पढ़ाई करवाई जाएगी वहीं बच्चें ऑनलाइन क्लास भी ले सकते है। क्लासेज के बाद बच्चों से प्रश्न भी पूछे जाएंगे। वही इस कोर्स में विषय के महत्वपूर्ण पहलुओं को हाईलाइट किया जाएगा।

आपको बता दे कि इस बार शैक्षिक सत्र अप्रैल की बजाय जून से शुरू होगा क्योंकि अप्रैल में परीक्षा होगी, मई में परिणाम घोषित होगा, जिसके बाद आगे की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। एससीईआरटी की टीम ने छठी से आठवीं तक के विद्यार्थियों के लिए पाठ्यक्रम की रचना कर दी। उसके बाद पाठ्यक्रम को उच्च अधिकारियों को के पास भेजा गया था जिसके बाद मंजूरी मिलने के बाद इसे वेबसाइट पर लॉन्च कर दिया गया है।