बारात लौटाने के बाद भी लोग कर रहे है इस दुल्हन का समर्थन , जानिए क्या मामला

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हर एक बेटी का सपना होता है कि उसे एक ऐसा जीवन साथी मिले। जो उसे जीवन भर ना सिर्फ खुश बल्कि उसे सहारा भी दे, ताकि जिंदगी सुख हो या दुख मिल बांट कर व्यतीत हो सके। यही कारण है कि आज के समाज में बेटियां ना सिर्फ आत्मनिर्भर हो रहे हैं बल्कि अपने अधिकारों के लिए भी जागरुक हो चुकी हैं।

एक समय था जहां माता-पिता जिस व्यक्ति को बेटियों के लिए चुन लेते थे। बेटियां भी बिना देखे समझे उस व्यक्ति को जीवन साथी बनाने के लिए तैयार हो जाती थी। लेकिन आज समय बदल चुका है लड़कियां ना सिर्फ अपनी पसंद बल्कि एक ईमानदार और सटीक व्यक्ति से ही विवाह करने के लिए आजाद है।

बारात लौटाने के बाद भी लोग कर रहे है इस दुल्हन का समर्थन , जानिए क्या मामला

हर बेटी चाहती है कि उसका जीवन साथी ना सिर्फ पढ़ा-लखा बल्कि सुलझा हुआ हो। परंतु शायद ही कोई ऐसा होगी जो एक शराबी यह नशेड़ी युवक को अपना जीवन साथी चुनेगी।

ऐसे ही एक नशेड़ी युवकों खुद उसी की बारात से एक बेटी ने लौटा दिया। दरअसल यह पूरा वाक्य सनौली क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले एक गांव का है

बारात लौटाने के बाद भी लोग कर रहे है इस दुल्हन का समर्थन , जानिए क्या मामला

जहां फेरे लेते वक्त दूल्हे की टांग लड़खड़ाने से उसके नशे में धुत होने का पता चला जिसके बाद पहले ही रही युवती ने शादी करने से इनकार कर दिया। इतना ही नहीं पंचायत पक्ष के दबाव आने के बाद भी युवती अपने अधिकार और सम्मान के लिए अडिग है।

सनौली थाना क्षेत्र के एक गांव में रविवार रात को दो सगी बहनों की शादी होनी थी। बड़ी बहन की बरात दूसरे गांव और छोटी बहन की बरात समालखा से आई थी। बड़ी बहन के सात फेरे ठीक तरह से संपन्न हो गए। छोटी के सात फेरों की बारी आई तो दुल्हा शराब के नशे में लड़खड़ा रहा था। वह ठीक से खड़ा भी नहीं हो पा रहा था।

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दुल्हन बनी लड़की ने उसकी हालत देखी तो शादी करने से इन्कार कर दिया। उसने दो टूक कहा कि शादी के दिन ही शराब पीकर आया है तो सामान्य दिनों में कितनी पीता होगा, कैसे मुझे सुखी रखेगा। नशे में धुत्त लड़के ने सभी के सामने लड़की का हाथ पकड़ लिया और फेरे लेने की जिद करने लगा।

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लड़की के स्वजनों ने उसकी जमकर धुनाई करते हुए बरात लौटा दी। लड़का पक्ष सोमवार को कुछ रसूखदार लोगों को लेकर लड़की के घर पहुंचा। लड़की पर शादी करने का दबाव बनाया लेकिन वह अपने फैसले पर अडिग रही।

चार घंटे की गहमा-गहमी के बाद पंचायत भी लौट गई। गांव के लोग बेटी के फैसले को सराह रहे हैं। उनका कहना है कि शराबी के साथ शादी नहीं करने का फैसला सही है। इसी तरह लड़कियों को फैसला करना चाहिए। यह वाक्य अन्य सैकड़ों महिलाओं युवतियों के लिए एक मिसाल से कम नहीं है।