फरीदाबाद में कितने ऐसे कार्य है जिनको काफी समय पहले पूरा होना था लेकिन अभी तक फरीदाबाद के लोगो का सपना साकार होता नजर नहीं आ रहा है बात करते है ।
मंझावली पूल की जिसको लेकर यह दावा किया गए था की यह जुलाई तक पूरा हो जाएगा लेकिन जिस प्रकार से इस पुल पर कार्य चल रहा है उसको देखकर नहीं लगता की यह कार्य पूरा हो पायेगा ।
बता दे की ग्रेटर नोएडा से फरीदाबाद को जोड़ने के लिए यमुना नदी पर मंझावली पूल बनाया जा रहा था इसका काम भी अपने अंतिम चरण पर दिखाई दे रहा है , हालाँकि अभी तक पुल दोनों ओर बनाये गए खम्भे पर गार्डर रखे जा रहे है।
यह पुल फ़रीदाबाद से नोयडा के रास्ते को जोड़ेगा लेकिन एक समस्या के चलते हुए लोग इस पूल का उपयोग नहीं कर सकेंगे क्योंकि इस पूल को जोड़ने वाली सड़क ही नदारत है ।
नोएडा से फरीदाबाद की दूरी को कम करने के लिए निर्माण में अभी काफी समय लगने वाला है इस रोड का कार्य नहीं हो सका है इस जमीन का अधिग्रहण प्रस्ताव सरकार की अनुमति मिलने के बाद ही सड़क को चौड़ा करने के लिए जमीन अधिकृत करने का काम शुरू होगा ।
आपको बता दें कि फरीदाबाद से ग्रेटर नोएडा की कनेक्टिविटी में सुधार करने के लिए 24 किलोमीटर लंबी परियोजना पर काम हो रहा है।
साथ ही मंझावली गांव में यमुना नदी पर फोरलेन पुल बनने वाला था यह पुल फरीदाबाद शहर को जोड़ने के लिए 19 किलोमीटर लंबी भी यूपी की सीमा से लगभग 5 किलोमीटर लंबी सड़क बनाई जानी है
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने 15 अगस्त 2014 में पुल की आधारशिला रखी थी मगर 122 करोड रुपए की लागत से मंझावली में यमुना पुल पर 630 मीटर लंबे पुल का निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया था इस प्रोजेक्ट के तहत कई बार डेडलाइन बनी पर काम पूरा नहीं हो सका इस बार जुलाई की डेडलाइन तय की गई है
मंझावली पुल में बनने में सड़क का निर्माण होने के बाद फरीदाबाद में गुड़गांव के बीच की दूरी केवल 25 मिनट की दूरी रह जाएगी फिलहाल फरीदाबाद से नोएडा जाने के लिए केजीपी एक्सप्रेसवे का सहारा लेना पड़ता है
या फिर कालिंदी कुंज होकर जाना होता है इन दोनों रास्ते के जरिए नोएडा पहुंचने के लिए करीबन डेढ़ घंटा लग जाता है लेकिन जब यह पुल कनेक्टिविटी जुड़ जाएगी तो फरीदाबाद से नोएडा के की दूरी मात्र 15 मिनट की रह जाएगी
फिलहाल सड़क निर्माण में अड़ंगा लगा हुआ होने के कारण स्कूल का उपयोग आम लोग नहीं कर पाएंगे जब तक सड़क नहीं होगी तब तक पुल तक जाने के लिए भी राह कठिन ही होगी