एसडीएम अपराजिता ने कहा कि किसान रबी की फसलों का पूरा विवरण सरकार की मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर दर्ज अवश्य करवा दें। ताकि किसानों को आसानी से अपनी फसलों के बेचने में किसी भी प्रकार की परेशानी ना हो।
एसडीएम अपराजिता ने उपमंडल के किसानों से आवाहन करते हुए कहा कि वे रबी की फसलों का पूरा ब्यौरा इसलिए भी मेरी फसल मेरा ब्यौरा पर अपलोड करवा लें। क्योंकि फसल पककर तैयार हो रही है। और उसको सरकारी ऐजेंसी को बेचने में किसी प्रकार की परेशानी ना हो।
सभी किसान आसानी से अपनी फसलों का विवरण अपने नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर/सीएससी में जाकर मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर ऑनलाईन अपलोड करवा लें। उन्होंने कहा कि जिन किसानों ने अब तक अपनी फसलों का ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकरण नहीं करवाया है या नहीं करवाना चाहते हैं, तो ऐसे में किसानों को भविष्य में सरकारी एजेंसियों को फसल बेचने में तकनीकी दिक्कत आ सकती है।
क्योंकि पोर्टल पर फसलों का पंजीकरण करवाना सरकार द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार जरूरी किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि फसलों को मंडियों में सहजता से बेचने के लिए परिवार पहचान पत्र बनवाना भी आवश्यक है।
जिन लोगों ने अपने परिवार पहचान पत्र नहीं बनवाए है। वे भी तुरंत अपने परिवार पहचान पत्र बनवाना सुनिश्चित करें। क्योंकि सरकार की सभी जन कल्याणकारी योजनाओं और परियोजनाओं का लाभ भविष्य में परिवार पहचान पत्र के माध्यम से ही लोगों को मिलेगा।
एसडीएम अपराजिता ने कहा कि किसान अपनी सुविधा के अनुरूप किसी भी कॉमन सर्विस सेंटर, मार्केट कमेटी के कार्यालय और पटवारियों के माध्यम से फसलों का पोर्टल पर पूरा ब्यौरा दर्ज करवा सकते हैं।
एसडीएम ने उपमंडल में मेरी फसल मेरा ब्यौरा योजना से जुड़े सभी कर्मचारियों को निर्देश दिए हैं कि वे फसलों का पंजीकरण करवाने वाले किसानों को पंजीकरण करवाते समय कोई दिक्कत नहीं आने दे। सभी अधिकारी और कर्मचारी किसानों का पूरा सहयोग करें।
रबी की फसलों का पंजीकरण के लिए गत 16 जनवरी से फसल पंजीकरण का कार्य शुरू हो चुका है। उपमंडल कृषि अधिकारी डॉ. दलबीर सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि परिवार पहचान पत्र को मेरी फसल मेरा ब्यौरा के लिए सरकार द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार अनिवार्य किया गया है।
किसान अपनी फसलों का रजिस्ट्रेशन www.fasal.haryana.gov.in पोर्टल पर करवा सकते हैं। किसानों के पास मोबाइल पर इस पोर्टल के जरिए ही मैसेज आता है। उन्होंने बताया कि किसानों को अपनी फसल का विवरण पोर्टल पर अपलोड करवाने के लिए आधार कार्ड, मोबाइल नंबर देना जरूरी है।
उन्होंने बताया कि फसल से संबंधित जानकारी रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर ही एसएमएस के जरिए किसानों को मिलेगी। उन्होंने कहा कि जमीन की जानकारी के लिए राजस्व रिकॉर्ड के नकल की कॉपी पर खसरा नंबर देखकर अवश्य भरें।
फसल का नाम, बुवाई का समय, मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर किसानों को भरना होगा। साथ में बैंक की कॉपी भी लगानी होगी ताकि किसी भी सरकारी योजना का लाभ सीधे किसान के खाते में भेजा जा सके। उन्होंने बताया कि इस पोर्टल पर रजिस्टर्ड के होने के बाद किसानों को खाद, बीज, लोन एवं कृषि उपकरणों की सब्सिडी भी समय पर सरकार द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार निर्धारित समय पर उपलब्ध होगी।
कृषि अधिकारी रामानंद शर्मा ने बताया कि फसल की बिजाई, कटाई का समय और मंडी संबंधित जानकारियां भी किसानों को मेरी फसल मेरा ब्यौरा उपलब्ध होने के बाद मोबाइल के जरिए एसएमएस के माध्यम से उन्हें घर बैठे मिलेगी। इसके अलावा प्राकृतिक आपदा के बाद सही समय पर सहायता मिल सकेगी। क्योंकि किसानों की फसलों का ब्यौरा पहले से ही पोर्टल पर दर्ज होगा।