सरकार के द्वारा बुजुर्गों को वैक्सीन लगाना शुरू कर दिया है। लेकिन ऑनलाइन प्रक्रिया दुरुस्त नहीं होने की वजह से बुजुर्गों को काफी मशक्कत का सामना करना पड़ रहा है। बुजुर्ग स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर वैक्सीन का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाते हैं।
लेकिन उसमें भी काफी समय लगने की वजह से उनको करीब आधा घंटा इंतजार करना पड़ता है। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों के द्वारा उनकी ऑफलाइन एंट्री करके उनको टीका लगा दिया जाता है।
जानकारी के अनुसार अगर कोई बुजुर्ग जो कि 60 साल से ऊपर है या 45 साल से 59 साल तक के क्रॉनिक डिजीज वाले लोगों को टीका लगना शुरू हो गया है। उनकी सुविधा के लिए सरकार के द्वारा ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की मुहिम को शुरू किया गया था।
लेकिन उस ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन में काफी खामियां होने की वजह से रजिस्ट्रेशन नहीं हो पा रहा है। जिसकी वजह से स्वास्थ्य केंद्रों पर डायरेक्ट आने वाले बुजुर्गों को काफी इंतजार करने के बाद टीका लगाया जा रहा है। आपको बता दें सरकार के द्वारा ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए आरोग्य सेतु और एक वेबसाइट को लांच किया गया है। जिस पर कोई भी व्यक्ति घर बैठे अपना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवा सकता है।
रजिस्ट्रेशन करते वक्त बुजुर्ग अपनी सुविधा के अनुसार समय और नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र का चयन कर सकता है । लेकिन वेबसाइट व आरोग्य सेतु पर ऑनलाइन रजिस्टर नहीं होने की वजह से बुजुर्ग सीधे तौर पर स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर इंजेक्शन लगवा रहे है।
जहां पर मौजूद कर्मचारियों का कहना है कि उनको पहले ऑनलाइन करवा रहा होगा। इसीलिए उनको स्वास्थ्य केंद्र पर भी काफी समय इंतजार करने के बाद ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन होता है और उसके बाद उनको वैक्सीन लगाई जाती है।
बीके अस्पताल में वैक्सीन लगवाने आए रिटायर्ड फौजी राजेश का कहना है कि उनके द्वारा घर पर ही आरोग्य सेतु से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करने की कोशिश की जा रहे थी। लेकिन किसी वजह से ऑनलाइन नहीं हो पाया है। जिसके बाद वह सीधा बीके अस्पताल में इंजेक्शन लगवाने के लिए आए।
लेकिन यहां भी मौजूद कर्मचारियों का कहना है कि ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन होने के बाद ही आप को टीका लगाया जाएगा। जिसके लिए वह करीब आधा घंटा इंतजार किया और और उसके बाद ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन हुआ और उनको टीका लगा।
उन्होंने बताया कि अगर सरकार के द्वारा पहले से ही ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की जो खामियां है,उसको दूर कर लिया जाता तो, बुजुर्गों को किसी प्रकार की कोई भी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता।
वही नोडल ऑफिसर डॉ रमेश का कहना है कि ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन में कुछ कमियां आ रही है। जिसको लेकर उच्च अधिकारियों से बात की जा रही है। लेकिन अगर अभी ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन नहीं हो पा रहा है, तो लोगों को ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन करवा के उनको टीका लगाया जा रहा है। बाद में स्वास्थ्य कर्मियों के द्वारा उनका डाटा पोर्टल पर फीड किया जाएगा और उनको एसएमएस के जरिए सूचना मिल जाएगी।