शहरी एवं आवास मंत्रालय द्वारा बीते वीरवार को ईज ऑफ लिविंग 2020 इंडेक्स की घोषणा की है जिसमें देशभर के 111 शहरों को शामिल किया गया। इस सर्वे में चार मुख्य बिंदुओं जीवन का स्तर, वित्तीय योग्यता, स्थिरता और आमजन की राय शामिल थे। इन चार बिंदु का फिर अलग से वर्गीकरण किया गया था जिनमें शिक्षा, वित्तीय आवास आश्रय, मौलिक सुविधाएं, पर्यावरण, बिजली, सुरक्षा व स्वास्थ्य आदि विभिन्न बिंदुओं को शामिल किया गया।
इन सब को मिलाकर फरीदाबाद ने 10 लाख से अधिक आबादी वाले शहरों में 51.26 अंक हासिल किए हैं जबकि नगर निगम को ओवरऑल प्रदर्शन के लिए 41.45 अंक मिले। फरीदाबाद की जीवन स्तर को 111 शहरों में 40 वां पायदान प्राप्त हुआ है वही वित्तीय योग्यता में 22वां, स्थिरता में 36वां, आमजन की राय में 30वां स्थान मिला है।
यह है फरीदाबाद की रैंकिंग लिस्ट
शिक्षा 75.94
स्वास्थ्य. 37.61
हाउसिंग. 73.98
सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट 29.23
सेफ्टी सिक्योरिटी. 84.42
रीक्रिएशन. 17.58
आर्थिक रूप से सक्षम. 21.27
पर्यावरण. 35.05
ग्रीन बिल्डिंग. 24.04
एनर्जी कंजप्शन. 53.59
सिटीजनशिप पार्टिसिपेशन. 75.20
मोबिलिटी. 0.22
सुरक्षा. 84.22
अगर बात की जाए फरीदाबाद की रैंकिंग की तो फरीदाबाद सबसे फिसड्डी शहरों में शुमार है। नगर निगम को 40वां स्थान प्राप्त है जोकि सबसे फिसड्डी अंको में से एक है। गवर्नेंस के काम पर फरीदाबाद को 35वां स्थान प्राप्त है वही प्लानिंग इंप्लीमेंटेशन में फरीदाबाद 12वें अंक से नवाजे गए हैं। प्लेन प्रिपरेशन के नाम पर फरीदाबाद जीरो है और इंफोर्समेंट में फरीदाबाद को 36वां स्थान प्राप्त है। डिजिटल लिटरेसी के मामले में फरीदाबाद 30वें अंक पर है। टेक्नोलॉजी डिजिटल एक्सेस के मामले में फरीदाबाद 21वें तथा डिजिटल गवर्नेंस में 41वे स्थान पर है।
नगर निगम की रैंकिंग फरीदाबाद के लिए काफी खराब है क्योंकि नगर निगम की कार्यशैली फरीदाबाद वासियों को पसंद नहीं आई है। फरीदाबाद नगर निगम में समस्याओं को लेकर लोगों का तांता लगा रहता है। सीवर, टूटी नालियां, सड़कों के गड्ढे, स्ट्रीट लाइट की समस्या वार्डों में आम है।
वही सुरक्षा के मामले में फरीदाबाद अच्छी शहरों में शुमार है। इस लिस्ट में फरीदाबाद की रैंकिंग काफी अच्छी है। सुरक्षा के मामले में फरीदाबाद को 84.22 अंक मिले हैं। आपको बता दें कि हाल ही में फरीदाबाद पुलिस ने अपराध को लेकर आंकड़े प्रस्तुत किए थे जिसमें दर्शाया गया था कि पिछले वर्ष के मुकाबले फरीदाबाद में अपराध के ग्राफ में कमी आई है।