साल 2009 में 26 नवंबर को देश ने भयंकर आतंकी हमले का सामना किया था, उसके बाद ऐसे पुलिस दस्ते की जरूरत महसूस की गई जो आतंकियों से निपटने में सक्षम हो और दिल्ली में आतंकवादी हमले की आशंका को देखते हुए फ़रीदाबाद में पुलिस कमिश्नर ओ पी सिंह के दिशा निर्देश पर चार स्वाट कमांडो दस्तो का गठन किया गया है। स्वाट का पूरा नाम स्पेशल वीपंस ऐंड टैक्टिक्स है।
किसी भी तरह की परिस्थिति से निपटने के लिए अत्याधुनिक हथियारों से लैस है टीम, चार स्वाट कमांडो दस्तो को फ़रीदाबाद पुलिस लाइन में एनएसजी कमांडो की तर्ज पर ट्रेनिंग दी जा रही है, उनको सभी तरह के अत्याधुनिक हथियारों को चलाने की ट्रेनिंग दी जा रही है, इसके अलावा विस्फोटकों और आईईडी से संबंधित बुनियादी जानकारी भी मुहैया कराई जा रही है।
प्रशिक्षण के दौरान कमांडो को यह सिखाया जा रहा है कि कैसे होटलों, इमारतों, बसों और मेट्रो में आतंकियों द्वारा बंधक बनाए गए लोगों को बचाना है और साथ ही इन्हें वीवीआईपी और वीआईपी को सुरक्षा प्रदान करने के अत्याधुनिक गुर सिखाए जा रहे हैं।
इसपर पुलिस उपायुक्त मुख्यालय ने कहा कि जैसा की विधित है फरीदाबाद शहर में काफी बड़े-बड़े मॉल मल्टीप्लेक्स, मेट्रो स्टेशन, रेलवे स्टेशन, बाजार और एक बहुत बड़े औद्योगिक क्षेत्र के साथ-साथ फ़रीदाबाद काफी जनसंख्या वाला शहर है और मुंबई जैसी आतंकी वारदात एवं किसी भी प्रकार की मुश्किल परिस्थितियो में स्वाट कमांडो मुकाबला कर बदमाशों/आतंकियों से निबटने में सक्षम हों।
इसी बात को ध्यान में रखते हुए स्वाट कमांडो टीम के सभी मेंबर को कमांडो के सभी गुणों के बारे में भली-भांति प्रशिक्षित किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि दुनियाभर में जहां-जहां भी आतंकी हमले होते हैं और वहां के देश उनसे निपटने के लिए किस-किस तरह की तकनीक और हथियारों का इस्तेमाल करते हैं।
इसकी स्टडी व् इन तमाम बातों पर पैनी नजर रखकर फ़रीदाबाद पुलिस के स्वाट कमांडो दस्तो को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
जिससे कि अगर फ़रीदाबाद में किसी भी तरह का कोई आतंकवादी हमला होने की स्थिति में स्वाट के कमांडो उससे निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार रहें। इसके लिए देश और दुनिया के बेस्ट कमांडो टीम पर रिसर्च करने समेत उनके संपर्क में रहकर तकनीक जानने के साथ ही फ़रीदाबाद शहर को और अधिक सुरक्षित रखना मुख्य लक्ष्य होगा।