स्वच्छ भारत मिशन के तहत हुए घोटाले की गूंज विधानसभा तक जा पहुंची है। भाजपा विधायक नरेंद्र गुप्ता ने इस बाबत सवाल विधानसभा में पूछे हैं जिसका जवाब शहरी एवं स्थानीय निकाय मंत्री अनिल विज ने दिया।
दरअसल, नगर निगम घोटाले के चर्चे जगजाहिर है। आए दिन नगर निगम के नए- नए घोटाले सामने आ रहे हैं। वही अब घोटालों की गूंज विधानसभा तक जा पहुंची है। भाजपा विधायक नरेंद्र गुप्ता ने सरकार से इस विषय में में विवरण पूछते हुए सवाल किया कि इस अभियान के तहत कुल कितने शौचालय बनाए जाने थे। इनमें से कितने बन गए और कितने कार्यात्मक नही है। विधायक के सवालों का जवाब शहरी एवं स्थानीय निकाय मंत्री अनिल विज ने दिया।
आपको बता दें कि नगर निगम के महापौर सुमन बाला ने हाल ही में स्वच्छ भारत मिशन के तहत बनाए गए शौचालय का निरीक्षण करने के लिए एसडीओ सुरेंद्र खट्टर को कहा। एसडीओ द्वारा पहले तो उनके काम को टाला गया जिसके बाद उन्होंने एसडीओ को कड़े आदेश दिए कि उन्हें शौचालय का निरीक्षण कराया जाए।
जब महापौर शौचालयों के निरीक्षण के लिए गई तब एसडीओ द्वारा उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया। एसडीओ को तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया गया। जिसके बाद उन्होंने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को पत्र लिखकर शौचालय से संबंधित मामले की जांच सीएम विजिलेंस द्वारा कराने की मांग की हालांकि अभी तक इस मामले की जांच विजिलेंस टीम को नहीं दी गई है वहीं अब इस मुद्दे को भाजपा विधायक ही विधानसभा में उठाने लगे हैं।
आपको बता दें कि विधानसभा में फरीदाबाद नगर निगम से संबंधित कई मुद्दों को उठाया गया है जिसमें नगर निगम के घोटाले तथा स्वच्छ भारत मिशन के तहत बनाए गए शौचालय प्रमुख रूप से शामिल है। गृह मंत्री अनिल विज ने फरीदाबाद व गुरुग्राम नगर निगम के पिछले 5 सालों के आर्डर करने के भी महालेखाकार को आदेश दिए हैं।
गृह मंत्री अनिल विज द्वारा दिए गए इस फैसले से यह कयास लगाए जा रहे हैं कि नगर निगम भ्रष्टाचार मुक्त हो जाए।