प्रदूषण का स्तर लगातार देश समेत प्रदेश में बढ़ता जा रहा है। वाहनों से निकलने वाला प्रदूषण भी हरियाणा की हवा को खराब कर रहा है। इसी प्रदूषण को देखते हुए अब, दिल्ली-एनसीआर से लगते हरियाणा के जिलों में सरकार इलेक्ट्रॉनिक बसें चलाएगी। इन्हें चार्ज करने के लिए चार्जिंग स्टेशन बनाए जाएंगे। इसके लिए जगह की तलाश की जा रही है।
प्रदेश वासियों को प्रदूषण की समस्या से थोड़ी राहत इस से मिल सकती है। सरकार राज्य में प्रदूषण को कम करने के लिए इलेक्ट्रिक बसें आरंभ करने जा रही है। परिवहन विभाग के अधिकारियों से कहा गया है कि वे अपने-अपने जिले में संभावित चार्जिंग स्टेशनों के लिए जगह की तलाश कर रिपोर्ट दें।
सिटी बस सेवा हरियाणा के काफी शहरों में चल रही है। फरीदाबाद में भी कुछ दिनों पहले सिटी बस सेवा की शुरुवात की गई है। इलेक्ट्रॉनिक बसों की अब शुरुवात प्रदेश में होगी। इसके लिए पहले चरण में सरकार ने 124 बसें चलाने की योजना बनाई है। इनके चलने से प्रदूषण से काफी हद तक छुटकारा मिलने के साथ ही सार्वजनिक परिवहन प्रणाली को मजबूत करने में भी मदद मिलेगी।
हरियाणा के काफी शहरों में दुनिया का सबसे अधिक प्रदूषण रहता है। फरीदाबाद हो या गुरुग्राम यह दोनों हॉटस्पॉट हैं। अब इन बसों के चल जाने से थोड़ी राहत मिलेगी। सरकार ने वर्ष 2021-22 में बीएस-6 उत्सर्जन मानदंडों को पूरा करने वाली 800 मानक गैर-एसी बसों की खरीद की प्रक्रिया शुरू कर दी है। साथ ही किलोमीटर स्कीम के तहत किराए पर ली गई 536 बसों का संचालन भी शुरू कर दिया गया है।
नई बसों की ज़रूरत हरियाणा को काफी समय से थी। इलेक्ट्रॉनिक बसों के आ जाने से इन ज़रूरतों को पूरा किया जाएगा। आपको बता दें. इस समय प्रदेश में 54 वोल्वो मर्सिडीज सुपर लग्जरी एसी बसें, 18 सुपर लग्जरी एसी मल्टी-एक्सल बसों का संचालन भी किया जा रहा है।