फरीदाबाद के 40 वार्डों में स्वच्छता की तस्वीर बदलने में कारपोरेट सामाजिक दायित्व का होगा अहम योगदान

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फरीदाबाद में नगर निगम के 40 वार्ड कहीं ना कहीं अभी भी स्वच्छता से वंचित दिखाई देते हैं, इसमें कोई दो राय नहीं है। मगर जहां जरूरत है इन वार्डों में स्वच्छता को बरकरार रखने के लिए तो अब स्थिति को बेहतर से भी बेहतर बनाने के लिए कॉर्पोरेट सामाजिक दायित्व यानी कि सीएसआर के तहत सहयोग लिया जाएगा ताकि एक स्वच्छ व साफ रूपरेखा तैयार कर फरीदाबाद के जन निवासियों के समक्ष प्रस्तुत की जा सके।

उक्त विषय पर अधिक जानकारी देते हुए निगमायुक्त यशपाल यादव ने सभी नोडल अधिकारियों से इस बाबत सुझाव देने को कहा है, साथ ही यह भी कहा है कि जिस वार्ड में घर-घर से कचरा उठाने के काम में कम संख्या में वाहन हैं, वहां निजी कंपनियों से सीएसआर के तहत सहयोग लिया जाए।

फरीदाबाद के 40 वार्डों में स्वच्छता की तस्वीर बदलने में कारपोरेट सामाजिक दायित्व का होगा अहम योगदान

गौरतलब, 2017 से इकोग्रीन कंपनी के वाहन नगर निगम क्षेत्र में डोर टू डोर कचरा निपटान की प्रक्रिया में जुटें हुए है। इस बात से भी सब परिचित है कि शुरुआती दौर से ही इकोग्रीन के वाहनों की संख्या कम चल रही है।

सुखी और गीले कचरे के निपटान के लिए अलग-अलग कूडादान रखने व अलग-अलग भी वार्ड में गीला व सूखा कचरा अलग-अलग करके एकत्र नहीं किया जा रहा है। लंबे समय से अब तक सुधार नहीं हुआ है। निगमायुक्त यशपाल यादव ने इस स्थिति में सुधार के लिए पांच मार्च को हर वार्ड के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किए थे।

फरीदाबाद के 40 वार्डों में स्वच्छता की तस्वीर बदलने में कारपोरेट सामाजिक दायित्व का होगा अहम योगदान

इन अधिकारियों ने जब हर वार्ड की स्थिति की रिपोर्ट तैयार की, तो यह बात सामने आई कि किसी भी वार्ड में घर-घर से कचरा एकत्र करने को पर्याप्त संख्या में वाहन नहीं हैं। इकोग्रीन वाहनों का इंतजाम नहीं कर पा रही है।

इसी के चलते निगमायुक्त ने नोडल अधिकारियों से सीएसआर के तहत काम करने को कहा है। हमारा मकसद स्वच्छता के मामले में शहर को बेहतर स्थिति में लाना है।

इकोग्रीन कंपनी के अधिकारियों को सुधार करने को कहा गया है। हम प्रयास कर रहे हैं कि कोई औद्योगिक संगठन अगर सीएसआर के तहत वाहनों की व्यवस्था कर दे, तो हम इन वाहनों का उपयोग स्वच्छता अभियान के तहत करेंगे।