निकिता हत्याकांड एक ऐसा दर्दनाक मंजर जिसे ना तो फरीदाबाद कभी भुला सकेगा और ना ही इस देश का कोई भी नागरिक। अपने देश के लिए कुछ कर गुजरने की चाह रखने वाली निकिता तोमर और उसके सपनों को दिनदहाड़े एक सिरफिरे द्वारा चकनाचूर कर दिया गया।
जिसके बाद ना सिर्फ फरीदाबाद वासियों ने बल्कि पूरे देश भर से भी आमजन ने आगे आकर देश के एक बिटिया को न्याय दिलाने के लिए गुहार लगाई थी।
26 मार्च को आए अदालत के फैसले पर ना तो निकिता के परिजन है संतोष दिखाई दिए और ना ही फरीदाबाद के कई अन्य दिग्गज नेता। जिनमें हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज से लेकर, जिलाध्यक्ष गोपाल शर्मा व प्रदेश प्रवक्ता महिला आयोग की सदस्य रेनू भाटिया ने भी निकिता तोमर के दोषियों को उम्रकैद की जगह फांसी लगाने की गुहार लगाई।
दरअसल, फरीदाबाद कोर्ट ने मुख्य आरोपी तौसीफ और रेहान को उम्रकैद की सजा सुनाई है। गुरुवार को कोर्ट ने दोनों को दोषी करार दिया था। तीसरे आरोपी अजरु को कोर्ट ने बरी कर दिया था।
रेनू भाटिया का कहना है कि निकिता तोमर के साथ जो भी हुआ उसे कभी भी भुलाया नहीं जा सकता। मगर तब तक निकिता की आत्मा को शांति नहीं मिलेगी जब तक दोषियों को फांसी नहीं दी जाती।
वही नेबता गोपाल शर्मा का कहना है कि आज भी निकिता के परिजन अपनी बेटी के लिए और उसकी आवाज सुनने के लिए तरसते हैं।
मगर चाह कर भी अब निकिता की आवाज कभी कोई नहीं सुन सकेगा। उन्होंने कहा कि निकिता के साथ जो हुआ उसे तो भुलाया नहीं जा सकता लेकिन उसके लिए न्याय की जंग लड़ने से वह भी पीछे नहीं हटेंगे।
उल्लेखनीय है कि इस मामले में पुलिस ने 302 हत्या, 364 अपहरण 366 शादी के लिए मजबूर करना, 120 आपराधिक साजिश , 34 कॉमन इंटेंशन, आर्म्स एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की थी। बीते 26 अक्टूबर को हुए निकिता हत्याकांड की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में चल रही है। घटना सीसीटीवी में कैद होने के बाद पुलिस ने हत्यारोपियों की गिरफ्तारी की थी।