देश समेत प्रदेश में हर जगह पानी का स्तर नीचे गिरता जा रहा है। केंद्र और राज्य सरकारें पानी को बचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही हैं। प्रदेश सरकार ने अब बरसात के पानी का भंडारण करने को शिवालिक की पहाड़ियों की तलहटी में दर्जनभर डैम बनाने की योजना तैयार की है। इस पानी का प्रयोग उन दिनों में किया जाएगा, जब प्रदेश में पानी की कमी रहेगी।
भू-जल स्तर जिस रफ़्तार से सूबे में कम होता जा रहा है, उससे सचेत रहने की ज़रूरत है। अब सीएम ने इस योजना को खुद देख रहे हैं और वे चाहते हैं कि प्रदेश में अधिक से अधिक पानी की बचत की जाए।
प्रदेश सरकार जनता और किसान दोनों के लिए कड़ी मेहनत कर रही है। गत दिनोंम सीएम ने किसानों के लिए धान की बजाए दूसरी फसलें उगाने की बड़ी योजना लेकर आए थे, जिसे करीब 92 हजार हेक्टेयर में किसानों ने अपनाया था। इस योजना के लिए सिंचाई के साथ विकास एवं पंचायत तथा वन एवं पर्यावरण विभाग इसके लिए मिलकर प्लानिंग बनाने में जुटे हैं।
पानी को बचाने के लिए कुछ दिनों पहले केंद्र सरकार ने एक अभियान भी छेड़ा था। बहरहाल प्रदेश में सीएम ने रेणुका, किशाऊ व लखवार डैम से हरियाणा को और पानी मिले, इसके लिए कई बार केंद्रीय सिंचाई मंत्री के साथ बैठक कर चुके हैं। अबकी बार बजट में सरकार ने हथनीकुंड बैराज की अपरस्ट्रीम में एक और बड़ा डैम बनाने का निर्णय लिया है।
घटता जल स्तर सभी के लिए चिंता का विषय है। सभी को इसको लेकर तत्परता से काम करना होगा। पानी को अगर आज नहीं बचाया गया तो कल काफी देर हो जाएगी।