अगर कुछ दिखाने की ज़िद्द हो तो, बहाने नहीं बस रिकॉर्ड बनते हैं। कुछ नया सीखने की ललक चैन से नहीं बैठने देती है। दिल में जो काम करने का ठाना जब तक वो नहीं होता नींद भी गायब हो जाती है। ऐसा ही हुआ हरियाणा के इस किसान के साथ। करीब दो साल पहले की बात है। सामान्य किसानों की तरह खेती करके किसान सुरेंद्र भी आम जीवन यापन करता था।
आज इस किसान ने अपनी कड़ी मेहनत से बहुत कुछ हासिल कर लिया है। उन्होंने यूट्यूब पर राजीव दीक्षित को प्राकृतिक खेती के बारे में बताते हुए देखा। यूट्यूब पर देखने के बाद सुरेंद्र खुद प्रेरित हुए और जैविक खेती करने का निर्णय लिया और कड़ी मेहनत की।
मेहनत का फल मिलता ज़रूर है। आप तत्परता से अगर काम करते हैं तो कोई भी आपकी मेहनत का फल आपसे नहीं ले सकता है। आज उनकी मेहनत भी रंग ला रही है। पिछले वर्षों से गेहूं की अच्छी फसले खेत में लहलहा रही है। जिसकी बदौलत आज सुरेंद्र के चेहरे पर भी खुशी है और दूसरा जैविक खेती करने को सुकून भी।
उनके गांव के आस – पास के लोग भी उनसे प्रेरित हो रहे हैं। उनकी समझ और सीख के कारण सब उनकी तरह बनना चाहते हैं। यह किसान अब टॉक्सिक मुक्त खेती कर रहा है। वे कई सालों से खेती कर रहे हैं और खेती से ही अपना परिवार का पालन पोषण करते हैं। करीब 2 साल पहले यूट्यूब पर राजीव दीक्षित प्राकृतिक खेती के बारे में बता रहे थे। उसकी प्रेरणा से सुरेन्द्र किन्हा ने भी मन में ठान लिया कि वे भी जहर मुक्त फसलें पैदा करेंगे।
इंसान में अगर लग्न हो तो वह हर जगह से कुछ न कुछ सीख सकता है। यूट्यूब के माध्यम से उन्होंने जो सीखा आज सभी उनके मुरीद हो रहे हैं। कई लोगों की लंबी लाइन इनके इर्द – गिर्द होती है।