हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने स्पष्ट कहा है कि हरियाणा प्रदेश लॉकडाउन की ओर नहीं बढ़ रहा है बल्कि नाइट कर्फ्यू केवल कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए एहतियात के तौर पर लगाया गया है। उन्होंने हरियाणा में काम करने वाले प्रत्येक व्यक्ति को विश्वास दिलाया कि उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाया जाए जिसमें महामारी और ना फैले उसके लिए एहतियातन कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब मुख्यमंत्रियों से चर्चा की थी, उस समय भी कहा था कि हम लॉकडाउन की ओर नहीं जाएंगे, हमें सिर्फ संक्रमण को कम करना है। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि नाइट कर्फ्यू इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
उपमुख्यमंत्री बुधवार को बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर जी की जयंती के अवसर पर गुरुग्राम आर्टेमिस अस्पताल में जीवन सारथी अभियान के तहत अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित कार्डियक एंबुलेंस को फ्लैग ऑफ करने तथा रेवाड़ी जिले में डॉ. भीमराव अम्बेडकर जी की 350 किलोग्राम की कांस्य की प्रतिमा का अनावरण करने उपरांत पत्रकारों से रूबरू थे।
नाइट कर्फ्यू से संबंधित सवाल के जवाब में दुष्यंत चौटाला ने कहा कि यह लॉकडाउन नहीं है, इसमें आर्थिक गतिविधि को रोकने का काम नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सिर्फ नागरिक रात 10 बजे अपने कार्य बंद करके रात्रि 10:30 बजे तक अपने घर पहुंच जाएं, इससे शाम के समय लोगों की मूवमेंट से जो कोरोना संक्रमण की चेन बनती उसमें कट डाउन होगा।
उन्होंने कहा कि हरियाणा में कोरोना संक्रमण की बढ़ती रफ्तार को कम करने और चेन तोड़ने के लिए प्रदेश सरकार की तरफ से प्रयास जारी रहेंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि हरियाणा में लॉकडाउन नहीं लगेगा, पड़ोसी राज्यों में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए केवल नाइट कर्फ्यू लगाया गया है। डिप्टी सीएम ने यह भी कहा कि कोरोना की दूसरी लहर से निपटने के लिए सरकार पूर्ण रूप से तैयार है और इसे देखते हुए लगातार चार दिन चले टीकाकरण उत्सव के साथ प्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्था को और बेहतर करने का काम किया गया है, ताकि इस चेन को तोड़ा जा सके।
वहीं प्रवासी श्रमिकों के संभावित पलायन के सवाल पर उपमुख्यमंत्री ने इससे इनकार किया और कहा कि पलायन की कोई सूचना नहीं है। उन्होंने उद्योगों में काम करने वाले श्रमिकों को कर्फ्यू पास देने के संबंध में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए कहा कि लॉकडाउन के दौरान भी हरियाणा एकमात्र ऐसा राज्य था जिसने सबसे पहले और तेज गति से औद्योगिक समूहों को काम शुरू करने की इजाजत दी थी। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि हरियाणा इस विषय में अग्रणी राज्य रहा है और अब भी जरूरत पड़ने पर उद्योगों को सरलता से कर्फ्यू पास जारी किए जाएंगे।
उपमुख्यमंत्री ने प्रदेश में पहली से आठवीं कक्षा तक स्कूल बंद होने के सवाल पर कहा कि सैनिक स्कूल कुंजपुरा में एक साथ 160 बच्चे कोरोना संक्रमित मिलने पर सरकार द्वारा यह फैसला लिया गया है। उन्होंने कहा कि निजी स्कूल बच्चों की सेहत के साथ खिलवाड़ न करें, गर्मियों में पड़ने वाले अवकाश को इसमें शामिल कर दिया जाएगा।
भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से हुई मुलाकात के सवाल पर उपमुख्यमंत्री ने कहा कि केवल मंत्रिमंडल विस्तार का ही विषय नहीं होता बल्कि बहुत से और भी विषय हैं जिन पर उनके साथ चर्चा हुई। उन्होंने उदाहरण के तौर पर बताया कि धरना दे रहे किसानों में कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है, उस विषय पर चर्चा हुई। दुष्यंत ने कहा कि किसान संगठनों व केंद्र सरकार के बीच बैठक जल्द हो, इसके लिए वे प्रधानमंत्री से भी आग्रह कर रहे है कि किसी वरिष्ठ मंत्री को इस टीम में शामिल करके आंदोलनरत किसान नेताओं से चर्चा जारी रखी जाए। साथ ही उन्होंने आंदोलनरत नेताओं से भी आग्रह किया है कि वे भी चर्चा जारी रखें क्योंकि बिना चर्चा के समाधान नहीं हो सकता।
दुष्यंत ने कहा कि आज हरियाणा में किसानों की फसल सुचारू रूप से खरीदी जा रही है, सीधा किसानों के खाते में पैसा डाला जा रहा है। साथ ही उन्होंने सवाल किया कि क्या कोई मंडी बंद हुई या किसी किसान की फसल एमएसपी पर ना खरीदी गई हो तो बताएं। उन्होंने कहा कि पंजाब को भी आखिर में आकर किसान के खाते में पैसा डालने का निर्णय लेना पड़ा, जो पहले इसके विरोध में था। वहीं उन्होंने एक अन्य सवाल के जवाब में कहा कि संविधान में बात रखने का सभी को अधिकार है, लेकिन किसी को कानून हाथ में नहीं लेने दिया जाएगा, अगर किसी प्रकार की व्यवस्था खराब की गई तो सरकार सख्ती से निपटेगी।
डिप्टी सीएम ने गुरुग्राम में जीवनसारथी अभियान के तहत अत्याधुनिक एंबुलेंस को किया फ्लैग ऑफ
वहीं उपमुख्यमंत्री ने गुरुग्राम में जीवनसारथी अभियान के तहत अत्याधुनिक एंबुलेंस को फ्लैग ऑफ करते हुए कहा कि इस एंबुलेंस से गुरुग्राम जिला के ग्रामीण क्षेत्रों में दूर-दराज में रहने वाले लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं त्वरित गति से मुहैया करवाना संभव हो सकेगा। इस एंबुलेंस पर 50 लाख रुपये से भी अधिक की लागत आई है।
दुष्यंत चौटाला ने यह भी कहा कि यह पहला कदम इस भरोसे के साथ आगे बढ़ाया गया है कि एक वर्ष के अंदर-अंदर गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) हमारे तमाम बड़े अस्पतालों तथा कॉर्पोरेट कंपनियों के सहयोग से एंबुलेंस का एक ऐसा नेटवर्क बनाए जिससे गुरुग्राम के प्रत्येक कोने में 5 से 10 मिनट के अंदर मेडिकल फैसिलिटी व मेडिकल केयर की सुविधा पहुंच सके।