गर्मी शुरू हो गई है और आए दिन जिले में कहीं ना कहीं आग लग जाती है। इसके कारणों का पता नहीं चलता है। सिर्फ यही कहा जाता है कि शार्ट सर्किट की वजह से आग लग गई है। लेकिन अगर यही आप किसी खाली पड़े प्लॉट में या फिर यूं कहें ग्रीन ड्रेस में लगती है। तो उस आग को लगाने की जिम्मेदारी किसकी है और अगर उसकी वजह से किसी को नुकसान होता है।
तो उसकी जिम्मेदारी कौन उठाएगा। ऐसा ही एक मामला फरीदाबाद में देखने को मिला है। जहां गुरुवार को सेक्टर 15a पुलिस चौकी के सामने बने ग्रीन बेल्ट में अचानक से आग लग गई। आग लगने के कारण भारी संख्या में पेड़ों का नुकसान हुआ है।
सामने पुलिस चौकी होने के बावजूद उस आग को काबू नहीं किया गया। आग लगने की वजह से यह आग काफी दूर तक फैलने लगी। किसने आग को रोकने के लिए कदम नहीं उठाया। पुलिस चौकी सामने होने के बावजूद भी पुलिस के द्वारा किसी प्रकार की कोई भी कार्यवाही नहीं की गई ।
जब इस बारे में पुलिस कर्मियों से बात की गई तो उनका कहना था कि चौकी के पीछे ही फायर ब्रिगेड का ऑफिस है वहां जाकर शिकायत करें। करीब आधे घंटे बाद आग पर काबू पाने के लिए फायर ब्रिगेड को बुलाया गया। फायर ब्रिगेड ने आकर इस आग को काबू में किया।
फायर ब्रिगेड को आने में समय लगने की वजह से आपकी वजह से काफी संख्या में पेड़ों को नुकसान हुआ क्योंकि आज पेड़ों की जड़ों को चला चुकी थी जिसकी वजह से पेड़ पूरी तरह से सूख चुके थे। इसके अलावा कई ऐसे छोटे पेड़ थे छोटी पूरी तरह से जलकर राख हो चुके थे। ग्रीन बेल्ट के साथ 1507 नंबर का मकान की दीवार लगे हुई थी।
आग इतनी बढ़ चुकी थी कि ग्रीन बेल्ट से होते हुए वह दीवार के पास तक पहुंच गई। अगर समय रहते फायर ब्रिगेड की गाड़ी के द्वारा आग पर काबू नहीं पाया जाता तो कोई बड़ा हादसा होने की उम्मीद थी। एक ओर तो सरकार कोशिश करती है कि ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगे । लेकिन अगर इसी तरह ग्रीन बेल्ट में आग लगती रहेगी। तो आने वाले समय में ग्रीन कार्ड पर लगे पेड़ों को काफी नुकसान पहुंचेगा ।