महामारी अपना भयावह रूप ले चुकी है। देश में इसकी दूसरी लहर कहर बरपा रही है। कहीं से भी सुख की आस नहीं रह गयी है। हर तरफ दुःख ही दुःख नज़र आ रहा है। दूध-दही के हरियाणा में बेहतर रोग प्रतिरोधक क्षमता और मजबूत इच्छाशक्ति के चलते महामारी की चपेट में आने के बावजूद 99.1 फीसद मरीज महामारी आसानी से हरा रहे हैं।
इन दिनों हर तरफ त्राहिमाम मची है। मौतों का आंकड़ा हर दिन बढ़ता जा रहा है। प्रदेश में इस महीने कुल एक लाख 21 हजार लोग संक्रमण की चपेट में आए हैं, जिनमें से 60 हजार लोग पूरी तरह ठीक हो चुके हैं। हालांकि इस दौरान 500 लोगों की मौत भी हुई है। राष्ट्रीय औसत से काफी नीचे चल रही मृत्यु दर राहत देने वाली है।
महामारी का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। अपनी-अपनी इम्यूनिटी बढ़ाने का प्रयास हर कोई कर रहा है। तरह – तरह के काम लोग कर रहे हैं। प्रदेश में दिनों में मिले संक्रमित लोगों में से आधे से ज्यादा मरीज महामारी को हरा चुके हैं। सूबे में हर रोज तकरीबन 50 हजार सैंपल लिए जा रहे हैं। इनमें से करीब 23 फीसद सैंपल पाजिटिव मिल रहे हैं। अभी तक प्रदेश में कुल 71 लाख नमूने लिए गए हैं, जिनमें से चार लाख से ज्यादा संक्रमित मिले।
दूसरी लहर ने आतंक मचा दिया है। हर तरफ माहौल चिंताजनक है। सभी को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ताकतवर रोग प्रतिरोधक क्षमता होने पर ही इस महामारी से लड़ा जा सकता है। जरूरी है कि मास्क व सैनिटाइजर का नियमित इस्तेमाल करें। दिनचर्या को सुधारें। पौष्टिक आहार लेते रहें। विटामिन सी व विटामिन डी को मजबूत करें।
मास्क का उपयोग करना तो जनता शायद भूल ही गयी है। कोई भी मास्क के प्रति गंभीर नहीं दिखाई देता है। महामारी से में संतरा, नीबू, आंवला मौसमी का सेवन बहुत जरूरी है। भरपूर नींद लें और सुबह जल्दी उठें। भोजन में हरी सब्जी की मात्रा बढ़ाएं। सलाद अधिक लें। दो गज की दूरी का पालन जरूर करें। जरूरी न हो तो घर से बाहर न निकलें। खुद के साथ दूसरे को भी बचाएं।