महामारी इस समय अपने विकराल रूप में है। हर जगह त्राहिमाम है। लगातार मौतों की संख्या बढ़ती जा रही है। अस्पतालों में ऑक्सीजन समाप्त हो रही है। महामारी से लड़ा जा सकता है। इस लड़ाई में योग काफी मददगार साबित हो सकता है। योग के फायदे बेशुमार हैं। संक्रमितों के फेफड़े संक्रमण की चपेट में आने से शरीर में आक्सीजन की कमी होने लगती है। ऐसे स्थिति में मरीज को सांस लेने में परेशानी होने लगती है।
वायरस किसी को नहीं बख्श रहा है। सभी को अपना शिकार यह महामारी बना रही है। दवाइयों के अलावा योग में कुछ तरह से आसन हैं, जिन्हें करके शरीर में आक्सीजन की मात्रा को बढ़ाया जा सकता है। ऐसे ही आसनों में एक है भुजंगासन।
महामारी की दूसरी लहर ने कहर मचा दिया है। प्रदेश में रफ्तार बेकाबू होती जा रही है। सभी कोनो से रोने की आवाज़ें सुनाई दे रही हैं। ऑक्सीजन देने में मदद करने वाले भुजंगासन को कोबरा पोज भी कहा जाता है, क्योंकि इसमें शरीर के अगले भाग को कोबरा के फन के तरह उठाया जाता है। इससे न सिर्फ आक्सीजन का स्तर बढ़ता है, बल्कि फेफड़े भी मजबूत होते हैं।
लगातार मामलों में बढ़ोतरी हो रही है। महामारी से मरने वालों की संख्या हर दिन बढ़ती जा रही है। शरीर में ऑक्सीजन को बढ़ाने के लिए, आप सबसे पहले पेट के बल लेट जाएं फिर हथेलियों को कंधे के सीध में लाएं। दोनों पैरों के बीच की दूरी कम करें और पैरों को सीधा एवं तना हुआ रखें। अब सांस लेते हुए शरीर के अगले भाग को नाभि तक उठाएं। ध्यान रहे की कमर पर ज्यादा खिंचाव न आए।
संक्रमण अपने पीक पर है। हर तरफ चिंता और चिता ने सरकार और आमजन की परेशानी बढ़ा दी है। योगा का यह आसान अस्थमा रोगियों के लिए लाभकारी है। आसन से फेफड़े में खिंचाव आता है व फेफड़े में आक्सीजन की प्रवेश क्षमता बढ़ती है। आक्सीजन का स्तर बढ़ाता हैं। पैंक्रियाज सक्रिय करता है और इन्सुलिन के बनने में मदद करता है, जिससे मधुमेह में लाभ होता है।