महामारी इस बार अपने साथ संकटों का पहाड़ लाई है। समय ऐसा आ चुका है कि लोग लोगों से डरने लगे हैं। हृदय विदारक घटनाओं ने लोगों को झकझोर कर रख दिया है ऐसा ही कुछ सेक्टर 37 स्थित श्मशान घाट में देखने को मिला जहां एक महामारी से ग्रसित व्यक्ति का अंतिम संस्कार करने के लिए स्वयं महामारी से ग्रसित उसका भाई आया।
दरअसल, महामारी से ग्रसित व्यक्तियों के लिए इन दिनों जिले के श्मशान घाटों में जगह ही नहीं है। हालात इतने खराब है कि 2 गज की जमीन भी लोगों के लिए मयस्सर नहीं हो पा रही है। जहां एक तरफ एक बिटिया अपने पिता का अंतिम संस्कार करती है वहीं दूसरी तरफ महामारी से संक्रमित भाई अपने ही भाई का अंतिम संस्कार करता है।
जानकारी के अनुसार सेक्टर 37 में एक महामारी से ग्रसित व्यक्ति का अंतिम संस्कार होना था। अंतिम संस्कार के दौरान मुखाग्नि के लिए व्यक्ति का भाई सामने आया जो स्वयं महामारी से ग्रसित था। महामारी से ग्रसित भाई ने पीपीई किट तथा अन्य सावधानियों को ध्यान में रखते हुए अपने भाई को मुखाग्नि दी।
गौरतलब है कि इन दिनों शहर के श्मशान घाटों से हृदय विदारक तस्वीरें सामने आ रही है जो लोगों को विचलित कर रही है। ऐसे समय में लोगों को हिम्मत से काम लेने की जरूरत है तथा अपने तथा अपने परिवार के साथ साथ समाज के विषय में भी सोचने की जरूरत है।
महामारी से संबंधित नियमों का पालन करना चाहिए। 2 गज की दूरी और मास्क है जरूरी तथा सरकार द्वारा बनाए गए नियमों का सख्ती से पालन करना चाहिए ताकि इस महामारी से जल्द से जल्द निजात पाया जा सके।