प्रदेश में महामारी से इस समय हाहाकार मचा है। हर जिले में स्थिति संतोषजनक नहीं है। हर जगह स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। ऐसे में, प्रदेश में अब दस बेड वाले अस्पतालों में महामारी के मरीज न तो भर्ती होंगे, न ही उनका इलाज होगा। छह जिलों को इस बेड संख्या में छूट देते हुए बेड की संख्या 15-20 रखी गई है। इन अस्पतालों में सामान्य मरीजों का ही इलाज किया जाएगा।
विकराल रूप धारण कर चुकी महामारी सभी को सताने लगी है। महामारी ने सिर्फ देश में ही नहीं बल्कि विदेश में भी तबाही मचा रखी है। सरकार के नए फैसले को स्वास्थ्य विभाग की तरफ से सभी डीसी व सिविल सर्जन को इस संबंध में आदेश जारी कर दिए गए हैं।
प्रदेश में महामारी बुज़ुर्ग हो या युवा सभी इसकी चपेट में आ रहे हैं। स्थिति हाथों से बहार निकलती जा रही है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव ने पत्र लिखकर कहा है कि महामारी मरीजों के लिए आरक्षित बेड की संख्या में कोई कटौती न की जाए। गुरुग्राम, फरीदाबाद, पंचकूला, हिसार, सोनीपत व करनाल में सामान्य मरीजों का इलाज 15 से 20 बेड वाले अस्पतालों में होगा।
जब से महामारी ने दस्तक दी है जनता हर कोई बीमारी भुला चुकी है। माहमारी से मरने वालों का आंकड़ा भी बढ़ता जा रहा है। प्रदेश में एस थ्री पोर्टल पर पंजीकृत नहीं हुए अस्पताल महामारी के मरीजों का इलाज बिना पूर्व अनुमति के नहीं कर सकेंगे। अगर कोई सरकार के आदेश का उल्लंघन करता है तो उसके खिलाफ आईपीसी की धारा 188 के तहत कार्रवाई की जाएगी। निजी अस्पताल महामारी के मरीजों की संख्या को देखते हुए बेड की संख्या बढ़एंगे।
मंज़र काफी खतरनाक हो चले हैं। इस समय महामारी की दूसरी लहर ने सबकुछ थमा दिया है। इस समय प्रदेश ही नहीं बल्कि देश में भी त्राहिमाम मचा हुआ है। महामारी की दूसरी लहर ने कहर मचा दिया है।