इस महामारी के चलते पूरे देश में मातम का माहौल है।हर जगह त्राहि-त्राहि मच रही है। मरीज़ों को अस्पतालों में बेड तक नहीं मिल रहे हैं। बहुत ही बुरी स्थिति से हमारे देश को गुजारना पड़ रहा है।
वहीं डॉक्टर अपनी पूरी मेहनत से हर एक मरीज़ की जान बचा रहे हैं। इस समय हमें उन डॉक्टर्स का एहसान मानना चाहिए। जो हमारे लिए भगवान का स्वरूप है। दिन रात एक करके वह अपनी ड्यूटी कर रहे हैं।
ग्रेटर फरीदाबाद खेड़ी कला गांव के स्वास्थ्य केंद्र के डॉ जी तोड़ मेहनत से मरीज़ों की देखभाल कर रहे हैं। दिन रात की ड्यूटी कर रहे हैं। डॉक्टर सनी डहनवाल व डॉक्टर नवीन यह दोनों मास्टर ऑफ पब्लिक हेल्थ की पढ़ाई के साथ-साथ मरीज़ों की स्वास्थ्य पर भी ध्यान दे रहे हैं।
यही डॉक्टर चिंटू मेडिकल कॉलेज में नौकरी करने के साथ-साथ मरीज़ों की स्वास्थ्य का भी देखभाल कर रहे हैं । सारे डॉक्टर अपनी जान की परवाह ना किए लाखों मरीजों की जान बचा रहे हैं।
दिन रात एक करके सारे डॉक्टर अपनी ड्यूटी पूरी कर रहे हैं। एक बार भी यह नहीं सोच रहे कि उन्हें भी इस महामारी का बहुत बड़ा खतरा झेलना पड़ सकता है। परंतु उसके बावजूद भी दिन रात काम करकर कड़ी मेहनत कर रहे हैं।
वह बस यही कोशिश कर रहे है कि सब जल्दी से ठीक हो जाए पहले की तरह सब मुस्कुराने लगे। डॉक्टर सनी गुडगांव इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक हेल्थ एनपीएस चेन्नई से पढ़ाई की।
मृतकों की इतनी संख्या देखकर ,उनको परेशानी में देखकर डॉक्टर सनी से रहा नहीं गया और सीनियर मेडिकल ऑफिसर से परमिशन लेकर उन्होंने अपनी सेवा प्रदान करनी शुरू कर दी। सनी ने तो अपने पिता के नाम से ₹20000 की दवाई मुफ्त मरीजों में बटवाई हैं । दोनों बड़ी ही कर्तव्य से अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं।
डेंटल सर्जन डॉ वंदना दहिया ने अपने खुद के खर्च से मरीजों को दवा का प्रबंध कराया। उन्होंने और सारे डॉ ने भी आक्सीजन सिलेंडरों का भी इंतजाम जल्द से जल्द करवाया। डॉ वंदना और उनके साथ डॉक्टर चिंटू भी इस महामारी में स्वास्थ्य केंद्र में जाकर लोगों की जान बचा रहे हैं। डॉक्टर चिंटू अल्फ ला कॉलेज में प्रोफेसर है।
डॉक्टर हरजिंद्र सिंह ने बताया कि डॉ सनी, डॉ नवीन डॉक्टर चिंटू चौधरी ,और डॉक्टर वंदना यह चारों ही बहुत ही इमानदारी से अपने काम को कर रहे हैं। लाखों लोगों की जान बचा रहे हैं और वह उनकी सराहना करते हैं।