पिछले दिनों जब प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर द्वारा गांव छांयसा स्थित अटल बिहारी वाजपेयी अस्पताल का किया निरीक्षण गया था तो वहीं उन्होंने बताया था कि फरीदाबाद में भी मेडिकल कालेज में बैड की संख्या बढाई गई है।
उन्होंने बताया कि मेडिकल कॉलेज में 2 दिन के अंदर 100 बिस्तर का अस्पताल तैयार होगा, जिसे भारतीय सेना के चिकित्सकों की टीम अस्पताल का संचालन करेगी।
मगर बड़े दुख की बात है कि जैसे वादे किए जाते है उसे पूरा करने में सरकार बिल्कुल भी खरा नहीं उतर पाती हैं। कुछ ऐसा ही फरीदाबाद जिले के साथ हो रहा है जहां जिले वासियों को प्रदेश सरकार के सूखे रवैए की कीमत अपनी घुटी हुई सांसों से पूरी करके चुकानी पड़ रही हैं।
कितना आश्चर्य की बात है कि जहां मंत्रियों के वादों पर आमजन आखें मूंद यकीन कर लेती हैं, बदले में उन्हें सिर्फ निराशा और आश्वासन ही मिलता हैं।
मगर अब नेताओं को समझना होगा कि अब बात केवल आमजन की परेशानियों को दूर करने की नहीं है बल्कि अब वक्त हैं जिंदगी और मौत के बीच झूलते उन मरीजों की जान बचाने की है, जो ऐसी बीमारी की जद में आ गए है ।
जिनसे आमजन का कोई दूर दूर तक कोई वास्ता तक नही था। इसलिए केवल आश्वासन नहीं अब सीएम साहब वक्त आ गया है अपने वादों को वास्तव में पूरा करें क्योंकि आमजन सांस लेने के लिए सरकार पर निर्भर हो गयो है।