इस समय दुनिया अदृश्य दुश्मन से लड़ रही है। हर देश में स्थिति काफी भयावह हो गयी है। महामारी की मार सभी देशों पर पड़ रही है। दुनिया महामारी से जंग लड़ रही है। कई देशों ने वैक्सीन बनाने में सफल होने का दावा किया। कई देशों ने वैक्सीन बनाकर लोगों को इम्यून करना शुरू कर दिया है। वैक्सीन बनाने में भारत ने निर्णायक भूमिका निभाई है।
भारत ने सभी की मदद वैक्सीन देकर की है। भारत मुफ्त में कई देशों को वैक्सीन दे मुहैया करवा चुका है। अब सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने टीके की 500,000 खुराकों के लिए दक्षिण अफ्रीका की ओर से दी गई पूरी रकम उसे वापस कर दी है। वायरस के नए स्वरूप पर टीके के असरदार नहीं होने के कारण दक्षिण अफ्रीका ने इसका इस्तेमाल नहीं करने का फैसला किया था जिसके बाद कंपनी ने इन खुराकों की आपूर्ति नहीं की थी।
कई देश वैक्सीन को बनाने के बाद इसे दूसरे देशों की बेच रहे हैं। भारत मुफ्त में देकर सभी की मदद कर रहा है। सीरम इंस्टीट्यूट से मिली टीके की लाखों खुराकों को अफ्रीकी संघ के अन्य देशों को बेच दिया गया है। वहां के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, वित्त विभाग ने इस बात की पुष्टि की है कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने टीके की 500,000 खुराकों के लिए हमारे द्वारा दी गई पूरी रकम हमें लौटा दी है और पैसा हमारे बैंक खाते में आ गया है।
महामारी की लहर ने इस समय लहर बरपा रखा है। भारत ने कई गरीब देशों को भी वैक्सीन सप्लाई की है। मुफ्त वैक्सीन का फायदा लेने वाले देशों में दक्षिण के कई देश शामिल है। लेकिन अब इस देश से हैरान करने वाली खबर सामने आई है। दक्षिण अफ्रीका ने भारत से मुफ्त में मिली वैक्सीन को दूसरे देशों को पैसे लेकर बेच दिया।
वैक्सीन को लेकर तरह – तरह के सवाल लोगों के ज़हन में आ रहे हैं। लेकिन वैक्सीन बिलकुल सुरक्षित है। दक्षिण अफ्रीका के स्वास्थ्य मंत्री ज्वेली मखिजे ने बताया कि भारत से आए इस इंजेक्शन का नए स्वरुप पर असर को लेकर सवाल उठ रहा था। इस वजह से उन्होंने ये इंजेक्शन दूसरे देशों को बेच दिया।