महामारी से इस समय भले ही थोड़ी राहत मिलती दिखाई दे रही हो लेकिन जितने भी लोगों को इसने अपनी चपेट में लिया है उन सभी को अब एक समस्या बहुत अधिक सताने लगी है। दूसरी लहर में संक्रमण और तेजी से हो रही मौत के मामले, गंभीर चिंता का कारण बने हुए हैं। पिछले कुछ महीने हम सभी के लिए किसी ‘रोलर कोस्टर राइड’ से कम नहीं रहे हैं। यह उन लोगों के लिए और भी कठिन हो गया है जो मानसिक स्वास्थ्य की समस्याओं से परेशान हैं।
ऐसा नहीं है कि महामारी का शिकार हो जाने के बाद इससे आप बहार नहीं निकल सकते। इस बीमारी से निजात हमारी सतर्कता दिला सकती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक महामारी, लोगों को शारीरिक और मानसिक दोनों ही तरह से प्रभावित कर रही है। अपनों से न मिल पाने, परिवार में संक्रमण की आशंका, आर्थिक और सामाजिक चुनौती जैसे तमाम विषयों को लेकर अनिश्चितता के माहौल ने लोगों में अनिद्रा की समस्या उत्पन्न कर दी है।
यह सभी बातें मानसिक तनाव पैदा कर रही हैं और कई लोगों की नींदे भी उड़ गयी हैं। महामारी से ठीक होने के बाद ज्यादातर लोग अनिद्रा की शिकायत कर रहे हैं। इसे पोस्ट महामारी सिंड्रोम के रूप में देखा जा रहा है। महामारी कई तरह से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं को ट्रिगर करने के अलावा लोगों में अनिद्रा का कारण भी बन रही है।
कई तरह से महामारी ने मनुष्य जीवन पर कहर ढाया है। यह कहर कब समाप्त होगा किसी को नहीं पता। जिन लोगों को अनिद्रा की समस्या होती है उनको अच्छी नींद नहीं आती है। इससे न सिर्फ महामारी की रिकवरी प्रभावित होती है, साथ ही यह कई अन्य तरह की समस्याओं को जन्म दे सकता है। नींद न आना, नींद का बार-बार टूटना या सोने के बावजूद तरोताजा महसूस न होना अनिद्रा का संकेत हो सकता है।
यह समस्या काफी लोगों में देखी गयी है। कई लोग डॉक्टरों का रुख कर रहे हैं। जिन लोगों को महामारी से ठीक होने के बाद अनिद्रा की समस्या हो रही है, उन्हें इस बारे में डॉक्टर से बात करनी ही चाहिए। बीमारी से तेज रिकवरी के लिए पर्याप्त नींद लेना जरूरी है, इसमें होने वाली बाधा आपकी रिकवरी को भी प्रभावित कर सकती है। रोगियों को दिन के समय नहीं सोना चाहिए, इससे भी रात की नींद प्रभावित हो सकती है।