यह कहना जरा भी गलत नहीं होगा कि महामारी की दूसरी लहर ने लोगों के आंसू निकाल दिए हैं। अपनों को खोने का गम अभी तक लोगों के ज़हन में ज़िंदा है। हरियाणा समेत पूरे देश में महामारी की दूसरी लहर ने कोहराम मचा रखा है। वैसे, संक्रमण में कुछ कमी होने से राहत मिली है, लेकिन तीसरी लहर आने की संभावना ने सरकार और लाेगाें की नींद उड़ा दी है।
प्रदेश सरकार तीसरी लहर से निकपटने के इंतिज़ाम अभी से कर रही है। अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट से लेकर वेंटिलेटर की संख्या बढ़ाने का काम तेज़ी से चल रहा है। दूसरी लहर से निपटते हुए हरियाणा खुद को तीसरी लहर का भी मजबूती के साथ मुकाबला करने की तैयारी कर रहा है। इसके साथ ही 31 मई के बाद भी लाकडाउन समाप्त होने की संभावना नहीं है, वैसे छूट बढ़़ाई जा सकती है।
महामारी से इस समय भले ही थोड़ी राहत मिलती दिखाई दे रही हो लेकिन जितने भी लोगों को इसने अपनी चपेट में लिया है उन सभी को कुछ न कुछ इसने घाव ज़रूर दिए हैं। प्रदेश सरकार को हालांकि यह उम्मीद नहीं थी कि दूसरी लहर इतनी घातक होगी, लेकिन पहली लहर में की गई तैयारियों के अनुभव के आधार पर सरकार दूसरी लहर का मुकाबला करने में कामयाब रही है।
तीसरी लहर से लड़ने को प्रदेश लगभग तैयार है। दुआएं तो ऐसी ही हैं कि तीसरी लहर आये ही न। दूसरी लहर के आरंभ के कुछ दिनों में हालांकि आक्सीजन और रेमेडेसिविर इंजेक्शनों की कमी रही, लेकिन धीरे-धीरे इस कमी को भी दूर कर लिया गया है। प्रदेश सरकार को आशंका है कि तीसरी लहर किसी भी समय आ सकती है। लिहाजा दूसरी लहर में लोगों को इस बीमारी से उबारने के साथ ही तीसरी लहर से लड़ने की दिशा में तेजी से काम चल रहा है।
ऐसा नहीं है कि महामारी का शिकार हो जाने के बाद इससे आप बहार नहीं निकल सकते। इस बीमारी से निजात हमारी सतर्कता दिला सकती है। कई तरह से महामारी ने मनुष्य जीवन पर कहर ढाया है। यह कहर कब समाप्त होगा किसी को नहीं पता।