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कभी करते थे ऑफिस बॉय की नौकरी, अब देते हैं दूसरों को काम, जानिए इन्होनें कैसे खड़ी की करोड़ों की कंपनी

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कड़ी मेहनत के दम पर आप सबकुछ हासिल कर सकते हैं। आपको सच्ची लगन और निष्ठा के साथ लक्ष्य तक पहुंचना होता है। हम सब जानते हैं कि गेहूँ या धान की फसल की कटाई के बाद, बचनेवाली पराली को जलाने से कई राज्यों में वायु प्रदूषण की परेशानी बढ़ जाती है। इस परेशानी के समाधान के लिए सरकार ने कई कदम उठाए हैं। साथ ही, हर राज्य में स्थानीय प्रशासन किसानों से लगातार अनुरोध करता आ रहा है कि वे पराली न जलाएं।

कोई भी इंसान आपसे अच्छा नहीं है। जो आप कर सकते हैं वो कोई नहीं कर सकता। पर्यावरण को लेकर संवेदनशील रहने वाले लोग, सरकार और प्रशासन के इन अनुरोधों पर अमल कर रहे हैं। आज हम आपको एक ऐसे स्टार्टअप के बारे में बताने जा रहे हैं, जो पराली से प्लाइवुड बनाने का काम कर रहा है।

कभी करते थे ऑफिस बॉय की नौकरी, अब देते हैं दूसरों को काम, जानिए इन्होनें कैसे खड़ी की करोड़ों की कंपनी

आपका हौसला बुलंद होना चाहिए मुकाम तो मिल ही जाता है। इंसान को कभी हार नहीं माननी चाहिए। चेन्नई स्थित स्टार्टअप, ‘Indowud Design Technology’ की। इस स्टार्टअप को चेन्नई के रहने वाले, 61 वर्षीय बी. एल. बेंगानी ने अपने बेटे, वरुण बेंगानी और बेटी, प्रियंका कुचेरिया के साथ मिलकर शुरू किया है। इस स्टार्टअप के जरिए वे ऐग्री-वेस्ट, जैसे- धान की पराली का इस्तेमाल करके प्लाइवुड बना रहे हैं।

कभी करते थे ऑफिस बॉय की नौकरी, अब देते हैं दूसरों को काम, जानिए इन्होनें कैसे खड़ी की करोड़ों की कंपनी

बेंगानी पहले छोटा सा काम किया करते थे। आज उनकी करोड़ों की कंपनी है। हर कोई इनसे प्रेरणा ले रहा है। इनकी कंपनी एक Natural Fibre Composite (NFC) बोर्ड है, जिसे फर्नीचर, होम डेकॉर या दूसरे सामान बनाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। यह बोर्ड लकड़ी के प्लाइवुड का एक इको फ्रेंडली और टिकाऊ विकल्प है।

कभी करते थे ऑफिस बॉय की नौकरी, अब देते हैं दूसरों को काम, जानिए इन्होनें कैसे खड़ी की करोड़ों की कंपनी

उनकी सफलता की कहानी आज हर किसी की ज़ुबा पर है। कड़ी मेहनत के दम पर आप सबकुछ हासिल कर सकते हैं। आपका हौसला बुलंद होना चाहिए मुकाम तो मिल ही जाता है। इंसान को कभी हार नहीं माननी चाहिए।

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