इमरजेंसी से गायब हुए महामारी से संक्रमित मरीज, लोगों ने ली राहत की सांस

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महामारी का द्वार दिन प्रतिदिन कम होता हुआ नजर आ रहा है। पहले ही लोगों को जहां ऑक्सीजन और बेड के लिए काफी जद्दोजहद करनी पड़ रही थी। लेकिन अब वही ऑक्सीजन और बैड खाली पड़े हुए हैं।

अगर हम जिले के एकमात्र सरकारी अस्पताल की बात करें तो इस समय इमरजेंसी में कोई भी महामारी संक्रमित मरीज भर्ती नहीं है।

इमरजेंसी से गायब हुए महामारी से संक्रमित मरीज, लोगों ने ली राहत की सांस

अगर हम स्वास्थ्य विभाग से मिले आंकड़ों की बात करें तो पिछले 1 हफ्ते में जो आंकड़े आए हैं उसमें कमी देखी गई है। स्वास्थ्य विभाग से मिले आंकड़ों के अनुसार 3 जून को 64, 2 जून को 127, 1 जून को जिले में 105,31 मई को 102, 30 मई को 114, 29 मई को 102, 28 मई को 106 पॉजिटिव मरीज पाए गए थे।

जहां एक और पॉजिटिव मरीजों की संख्या में कमी देखी गई है। वहीं अगर हम मृत्यु दर की बात करें तो उसने भी काफी कमी आई है। 28 मई को दो लोगों की, 29 मई को 2 लोगों की, 31 मई को दो, 1 जून को एक की मृत्यु महामारी के चलते हुई थी । लेकिन 30 मई, 2 जून और 3 जून को किसी भी मरीज की महामारी की वजह से मृत्यु नहीं हुई है।

इमरजेंसी से गायब हुए महामारी से संक्रमित मरीज, लोगों ने ली राहत की सांस

महामारी से ग्रस्त मरीजों की संख्या में कमी देखने को मिल रही है। वैसे-वैसे निजी अस्पताल से लेकर सरकारी अस्पताल में महामारी से ग्रस्त वार्ड में भी जगह खाली है। अगर हम जिले के एकमात्र सरकारी अस्पताल की बात करें।

तो बी के अस्पताल के इमरजेंसी में पिछले 2 से 3 दिन में कोई भी महामारी से ग्रस्त मरीज नहीं आया है। इमरजेंसी में मौजूद स्टाफ ने बताया कि महामारी से ग्रस्त मरीज अब इमरजेंसी है कोई भी नहीं है लेकिन दूसरी मंजिल पर कोविद वार्ड बनाया हुआ है। जिसमें कुछ मरीज अभी भर्ती है और उनका उपचार चल रहा है

इमरजेंसी से गायब हुए महामारी से संक्रमित मरीज, लोगों ने ली राहत की सांस

वहीं अगर हम ईएसआई मेडिकल कॉलेज अस्पताल की बात करें तो वहां पर भी महामारी से ग्रस्त मरीजों की संख्या में काफी कमी देखने को मिली है। क्योंकि लॉक डाउन की वजह से लोगों ने बिना वजह घर से बाहर निकलना बंद कर दिया है जिसकी वजह से महामारी के जो आंकड़े हैं में कमी देखने को मिली है।