साइकिल मेकेनिक की बेटी ने गरीबी में कड़ी मेहनत से इस परीक्षा में किया टॉप, घर में ख़ुशी का माहौल

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    ज़िंदगी बहुत दुःख लेकर आती है यह बात हम सभी जानते हैं। इस दुःख से लड़ना हम सभी को आना चाहिए। इस बेटी ने भी दुःखों से लड़कर अपनी परीक्षा में गत वर्ष टॉप किया है। ऊना जिले के सरहदी क्षेत्र के साइकिल मेकेनिक की बेटी ने अपने परिवार का मान बढ़ाया है। रायपुर सहोड़ां गांव निवासी हरीश चंद्र उर्फ शाम कुमार की बेटी प्रिया ने फार्मेसी में पीटीयू में टॉप किया है।

    प्रिया ने अपने हलातों से ज़िंदगी में हार नहीं मानी। उन्होंने पहले, दूसरे, तीसरे तथा चौथे सेमेस्टर में प्रथम स्थान हासिल कर यह उपलब्धि पाई है। कॉलेज से घर पहुंचने पर प्रिया के दादा छज्जूराम, दादी भगवती देवी तथा पिता हरीशचंद्र ने मिठाई खिलाकर बेटी को बधाई दी।

    साइकिल मेकेनिक की बेटी ने गरीबी में कड़ी मेहनत से इस परीक्षा में किया टॉप, घर में ख़ुशी का माहौल

    इंसान को कभी हार नहीं माननी चाहिए। हर पल तत्परता से कार्य करते रहना चाहिए। प्रिया ने भी यही किया। हिम्मत नहीं हारी सबकुछ झेल कर आज कई लोगों के लिए प्रेरणा बन गयी हैं। प्रिया पीटीयू के तहत शिवालिक कॉलेज ऑफ फार्मेसी नंगल में पढ़ती हैं। प्रिया के अनुसार फार्मेसी के पहले सेमेस्टर में उन्हें पीटीयू में नौवां, दूसरे में पांचवां तथा तीसरे सेमेस्टर में पहला स्थान मिला है। उन्होंने इस उपलब्धि का श्रेय पिता हरीशचंद्र को दिया है।

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    कुछ वर्षों में पहले उनकी माता का निधन हो गया था लेकिन फिर भी प्रिया मजबूत रहीं। प्रिया ने कहा कि उनकी माता के निधन के बाद पिता ने हर पल उनका साथ दिया और आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। इंसान को कभी हार नहीं माननी चाहिए। आपका हौसला बुलंद होना चाहिए मुकाम तो मिल ही जाता है। पढ़ने की लगन और ज़िन्दगी में कुछ कर दिखाने की चाह ने प्रिया को टॉप करवाया है।

    साइकिल मेकेनिक की बेटी ने गरीबी में कड़ी मेहनत से इस परीक्षा में किया टॉप, घर में ख़ुशी का माहौल

    आपकी गरीबी का जो मज़ाक उड़ाता है उसे उड़ाने दीजिये। आप कड़ी मेहनत करो और गरीबी को हमेशा के लिए दूर करो। प्रिया भी अब इसी राह पर चल पड़ी हैं।