फरीदाबाद: राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव संजीव कौशल ने कहा कि जिला के प्रगतिशील किसानों की सफलता की कहानी प्रत्येक किसान तक पहुंचाने के लिए सभी किसानों पर एक डॉक्यूमेंट्री तैयार की जाएगी और एक बुकलेट प्रकाशित करवाई जाएगी।
इस डॉक्यूमेंट्री व बुकलेट में प्रत्येक किसान की सफलता की कहानी, उनका नाम, मोबाइल नंबर और अन्य सभी जानकारियां मुहैया करवाई जाएंगी। अतिरिक्त मुख्य सचिव संजीव कौशल मंगलवार को होटल राजहंस में जिला के प्रगतिशील किसानों के साथ मीटिंग को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने जिला के दो दर्जन से ज्यादा प्रगतिशील किसानों से क्रमशः बातचीत करते हुए कहा कि आप सभी लोगों ने अपनी मेहनत व कुछ अलग हटकर करने की सोच के चलते एक नया मुकाम हासिल किया है।
उन्होंने कहा कि आप सभी लोग प्रदेश व देश के किसानों के लिए भी रोल मॉडल हैं। इस दौरान उन्होंने बागवानी विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह जिला के प्रगतिशील किसानों को प्रदेश के उन स्थानों का दौरा करवाएं, जहां पर किसानों के लिए बेहतरीन कार्य किए गए हैं। उन्होंने इसमें किसानों के लिए अंबाला, कुरुक्षेत्र व अन्य जिलों में तैयार करवाए गए पैकिंग सेंटर का दौरा करवाने की विशेष तौर पर हिदायत दी। इस दौरान किसानों ने मांग रखी कि कुछ गांव में वीटा के खरीद केंद्र स्थापित करवाए जाएं।
इस पर अतिरिक्त मुख्य सचिव ने बहादुरपुर, कुराली, श्यामपुर, चांदपुर सहित कई अन्य गांव की सूची तैयार करने के निर्देश दिए ताकि वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश देकर यहां खरीद केंद्र शुरू करवाया जा सके। इस दौरान उन्होंने कहा कि सभी किसान सीखने की कोशिश करें और जो प्रगतिशील किसान है, वह दूसरे किसानों को प्रशिक्षण भी दें। उन्होंने कहा कि बल्लभगढ़ स्थित वीटा मिल्क प्लांट को भी 3 गुना क्षमता के साथ बाहर स्थापित करने का प्रयास चल रहा है।
मीटिंग में उन्होंने कहा कि हरियाणा देश का पहला ऐसा प्रदेश है, जहां फर्द के लिए पटवारी के पास जाने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा कि इसके लिए किसान jamabandi.nic.in पर जाकर अपना गांव का नाम व रकबा भरकर अपनी फर्द प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह से वैद्य कानूनी डॉक्यूमेंट है।
इस दौरान मीटिंग में पहुंचे जिला के विभिन्न प्रगतिशील किसानों ने अपने-अपने कार्यों की जानकारी भी दी। इस दौरान उन्होंने सभी किसानों से आह्वान किया कि वह “प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना” व “मेरा पानी-मेरी विरासत” योजनाओं का लाभ अवश्य लें। अतिरिक्त मुख्य सचिव ने किसानों से कहा कि भूजल स्तर धीरे-धीरे नीचे जा रहा है, ऐसे में हमें दूसरी फसलों की तरफ खुद को शिफ्ट करना होगा।
उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष में एक लाख एकड़ भूमि में किसानों ने “मेरा पानी -मेरी विरासत योजना” का लाभ लेते हुए धान को छोड़कर दूसरी फसलों की बिजाई की है। उन्होंने बताया कि इसके लिए हरियाणा सरकार ने किसानों को 70 करोड़ का लाभ भी दिया है।
उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य किसानों की आय को दोगुना करना है। मीटिंग में “द सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक” के जनरल मैनेजर ने बताया कि किसानों को फसली ऋण के तौर पर 890 करोड़ रुपए प्रदान किए गए हैं। मीटिंग में मत्स्य पालन व ऑर्गेनिक फार्मिंग को लेकर भी सभी किसानों ने अपने विचार साझा किए। मीटिंग में मंडल आयुक्त संजय जून, उपायुक्त यशपाल, अतिरिक्त उपायुक्त सतवीर सिंह मान सहित सभी विभागों के अधिकारी मौजूद थे।