हर कोई जीवन में निरंतर कामयाबी हासिल करना चाहता है। कई लोग नौकरी की तलाश में अपना पूरा जीवन लगा देते है। उन्हें नौकरी हासिल भी हो जाती है। लेकिन संतुष्टि नहीं मिलने के कारण वह नई मंजिल की तरफ रूख कर लेते है। कोझीकोड गांव के कपाटुमाला में रहने वाले विलियम मैथ्यूज ने पढ़ाई पूरी होने के बाद कई बिजनेस में हाथ आजमाया, लेकिन उनको सफलता नहीं मिली। फिर उन्होंने निर्णय लिया कि वह दुबई में जाकर नौकरी करेंगे।
सभी जीवन में कामयाबी का स्वाद जरुर चखना चाहते हैं लेकिन, कई बार अच्छी एजुकेशन और अथक प्रयास करने के बावजूद भी यह नहीं मिलती। वह काम की तलाश में दुबई चले गए। लेकिन वहां पर भी विलियम का मन नहीं लगा। आखिरकार साल 2010 में उन्होंने दुबई की नौकरी छोड़ दी। यहां पर विलियम ने एक नया काम शुरू किया।
समय बदलते ज़रा भी वक्त नहीं लगता है। आपको बुरे वक्त में बस कभी हिम्मत नहीं हारनी चाहिए। विलियम ने अपनी मेहनत से 10 साल के भीतर 550 किस्म के उष्णक टिबंधीय यानी ट्रॉपिकल फल उगाने में सफल रहे। इसके साथ ही उन्होंने नारियल की खेती और मछली पालन में भी हाथ आजमाया। वह मधुपालन भी करते है। आज के समय में विलियम का फलो का यह खेत पूरे केरल में काफी लोकप्रिय है। इन फलों के खेत का दौरा देशभर के विशेषज्ञ और शोधकर्ता करते है।
किसी भी इंसान को सफलता के लिए कड़ी मेहनत के साथ सबकुछ हासिल करने की राह पर निकलना पड़ता है। विलियम कहते है दुबई में मुझे नौकरी करने के दौरान अच्छे पैसे मिल रहे थे। लेकिन पता नहीं क्यो मुझे महसूस हो रहा था कि यह मेरी मंजिल नहीं है। मेरा जीवन वहां थम गया था। इसलिए मैने भारत आकर खेती करने का फैसला लिया। वह बताते है कि उन्होंने 30 किस्म के नीबू और 19 किस्म के खजूर और 7 तरह के अमरूद उगाए हुए है।
इंसान को कभी हार नहीं माननी चाहिए। आपका हौसला बुलंद होना चाहिए मुकाम तो मिल ही जाता है। आपको एकाग्रता के साथ लक्ष्य तक पहुंचना होता है। यह मायने नहीं रखता कि आप कहां से आते हैं।