हर बड़ी शुरुवात किसी छोटे काम से होती है। आपको बस हौसला और विश्वास रखना चाहिए। साल 2007 में पिता की मृत्यु के बाद अपने परिवार को सपोर्ट करने के लिए 11 साल के सिड नायडू ने स्कूल जाने से पहले अखबार बांटने का काम शुरू किया। घरों में अखबार पहुंचाने के इस जॉब में उन्हें महीने में 250 की कमाई होती थी।
इनका संघर्ष आँखों में आंसू ले आने वाला है। लेकिन लगन से की गई मेहनत कभी बेकार नहीं जाती। इसका उदाहरण हैं सिड। घर की वित्तीय हालत खराब होने की वजह से सिड को वह काम करना पड़ा। इससे भी सिड की आमदनी इतनी नहीं थी कि वह परिवार को सपोर्ट कर सकें। उस वक्त फैशन इंडस्ट्री में जाने और मॉडल बनने के उनके सपने को दूर के ढोल सुहावने की तरह कहा जा सकता है।
मेहनत के साथ – साथ आपकी प्लानिंग भी बहुत महत्व रखती है। बिना प्लानिंग के चीज़ें ठीक से नहीं हो पाती हैं। सिड ने भी चीज़े प्लानिंग की। उन्हें खुद भी यह भरोसा नहीं था कि वह पढ़ाई के लिए कॉलेज भी जा पाएंगे या नहीं, लेकिन उनके सामने कोई चारा भी नहीं था। दसवीं क्लास पास करने के बाद नायडू सिड ने एक ऑफिस बॉय की तरह काम करना शुरू किया, जहां उन्हें 3000 हर महीने वेतन मिलता था।
इनकी कहानी काफी प्रेरणा देती है। कई युवा इनसे प्रेरणा ले सकते हैं। नायडू के जीवन में काफी मुश्किल आई, लेकिन फैशन इंडस्ट्री में जाने का उनका सपना कभी नहीं टूटा। उनके दिमाग में हमेशा यह बना रहा कि जब भी उन्हें मौका मिलेगा, वह फैशन इंडस्ट्री में जरूर जाएंगे। एक जॉब से दूसरे जॉब तक अलग-अलग कंपनियों में घूमते हुए सिड फैशन इंडस्ट्री से जुड़े लोगों से जान पहचान और मेलजोल बढ़ाते रहे।
अपनी सफलता को हासिल कर के सिड काफी खुश हैं। उनके परिवार में हर कोई मुस्कान कर रहा है। अखबार बांटने के काम के करीब 10 साल बाद सिड ने अपना प्रोडक्शन हाउस शुरू करने का फैसला किया। साल 2017 में सिड नायडू ने सिड प्रोडक्शन लॉन्च किया। सिड प्रोडक्शन हाउस फैशन शूट, मॉडल ग्रूमिंग, आर्ट डायरेक्शन, प्रिंट एड, टीवी कमर्शियल जैसे कारोबार में डील करता है।