जुहू बीच पर बैठकर लगाती थीं मेहँदी आज सोशल मीडिया पर मचा रही हैं धूम, संघर्ष है इस कहानी में

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    अगर आपको खुद में भरोसा है तो सबकुछ हासिल हो सकता है। आपको अपने मुकाम तक पहुंचने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ती है। लहरों से डर कर नौका पार नहीं होती, कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती। कविता की यह पंक्तियां हमने कई बार सुनी हैं, मगर कोल्हापुर में रहने वाली सोनाली इन पंक्तियों की जीती-जागती मिसाल हैं। सोनाली कोई सेलिब्रिटी नहीं हैं। वह एक आम महिला हैं, जो पेशे से मेहंदी आर्टिस्‍ट है।

    कुछ भी करने का जूनून सोने कहां देता है। अगर सो गए तो जुनून कहां, बस वोटो ख्वाब था। यह एक ऐसी मेहंदी आर्टिस्‍ट, जिसने मेहंदी लगाने के शौक को ही अपना बिजनेस बना लिया है।

    जुहू बीच पर बैठकर लगाती थीं मेहँदी आज सोशल मीडिया पर मचा रही हैं धूम, संघर्ष है इस कहानी में

    मेहँदी का बिजनेस शादी सीजन में बहुत चलता है। इस सीजन में इनकी कमाई होती है। बड़ी बात यह है कि सोनाली के पास अपने हुनर को प्रमोट करने के लिए कोई साधन भी नहीं है। पैसों की कमी और शिक्षा के अभाव के कारण सोनाली कोल्हापुर के एक मंदिर के आगे अपना स्‍टॉल लगाती हैं। स्‍टॉल में आर्टिफिशियल ज्‍वेलरी होती हैं, जिन्हें खरीदने के लिए जब कोई महिला उनके पास आती है तब सोनाली उन्‍हें अपने मेहंदी लगाने के हुनर के बारे में बता देती हैं।

    जुहू बीच पर बैठकर लगाती थीं मेहँदी आज सोशल मीडिया पर मचा रही हैं धूम, संघर्ष है इस कहानी में

    हमेशा आपको ऐसा बनना चाहिए जो आपसे प्रेरणा ले सकें। इस महिला से काफी महिलाओं ने प्रेरणा ली है। सोनाली इंस्‍टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्‍लैटफॉर्म पर मौजूद हैं, अपने अकाउंट को वह खुद ही हैंडल भी कर लेती हैं। इंस्‍टाग्राम पेज पर तस्‍वीर से लेकर वीडियो तक सोनाली खुद ही डालती हैं। इस प्‍लैटफॉर्म पर उनके बेहतरीन मेहंदी डिजाइंस को खूब पसंद किया जा रहा है। सोनाली की फैन फॉलोइंग दिन पर दिन बढ़ती जा रही है।

    henna artist sonali and her inspiring journey

    सफलता उनको मिलती है, जिनके सपनों में जान होती है। इस पंक्ति को काफी लोग एक कान से सुनकर दूसरे से निकाल देते हैं। लेकिन सोनाली ने इसे पकड़ कर रख लिया है।