राजस्थान में हुई इस घटना की वजह से देरी से आ सकता है मानसून

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दिन प्रतिदिन से चिलचिलाती गर्मी बढ़ती जा रही है, जिसकी वजह से लोगों ने घर से बाहर निकलना भी बंद कर दिया है। इस गर्मी से राहत के लिए जिले के लोगों को  बस मानसून का इंतजार है। लेकिन अभी जिलेवासियों को मानसून के लिए कुछ ओर दिन इंतजार करना पड़ेगा।

क्योंकि राजस्थान के ऊपर बन रहा है साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना हुआ है। जिसकी वजह से वह प्रदेश में मानसून को आने से रोक रहा है। मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में 15 जून को मानसून आने की संभावना थी। लेकिन राजस्थान में जो साइक्लोनिक सर्कुलेशन बन रहा है। उसकी वजह से मानसून के लिए कुछ और इंतजार करना पड़ेगा।

अगर हम तापमान की बात करें तो शुक्रवार को अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस मापा गया। वहीं न्यूनतम तापमान 26 डिग्री मापा गया। इसके अलावा शनिवार को अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 24 डिग्री बताया जाएगा।

जैसे कि आप सभी जानते हैं कि दिन के समय तो चिलचिलाती गर्मी से लोग परेशान रहते हैं। वहीं शाम ढलते ही मौसम में ठंडक आ जाती है जिसकी वजह से लोगों को कुछ राहत मिलती है।

राजस्थान में हुई इस घटना की वजह से देरी से आ सकता है मानसून

लेकिन उसके बावजूद भी लोगों को मानसून का इंतजार है मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव व राजस्थान के ऊपर बने एक साइक्लोन सरकुलेशन के कारण राज्य में मानसून 21 जून तक आने की संभावना है मगर हम उत्तर और पश्चिम क्षेत्रों में बात करें तो 19 व 20 जून को ठंडी हवाओं के साथ बूंदाबांदी या या फिर यू कहे हल्की बारिश होने की संभावना है।

मानसून में देरी आने की वजह से किसानों के चेहरे पर उदासी देखने को मिल रही है। क्योंकि सरकार के द्वारा किसानों को ट्यूबवेल के बिजली कनेक्शन नहीं दिया जा रहा है। इसका मुख्य कारण यह है कि प्रदेश के कई जिलों में ग्राउंड वाटर लेवल कम हो चुका है।

राजस्थान में हुई इस घटना की वजह से देरी से आ सकता है मानसून

इसीलिए सरकार के द्वारा अभी तक किसानों को ट्यूबवेल कनेक्शन नहीं दिए जा रहे हैं। इसलिए किसानों को सबसे ज्यादा मानसून का इंतजार था। लेकिन मॉनसून में देरी हो रही है तो किसानों की फसलों पर भी इसका असर देखने को मिलेगा।