खोरी गावं में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू की गई, एमसीएफ के तोड़फोड़ दस्ते की सुरक्षा के लिए करीब 3000 पुलिसकर्मी तैनात किए गए। पुलिस की नोडल ऑफिसर डॉ अंशु सिंगला डीसीपी एनआईटी के नेतृत्व में 3 डीसीपी, 12 एसीपी, ट्रैफिक पुलिस, क्राइम ब्रांच, रैपिड एक्शन फोर्स, स्वेट टीम सहित 3000 से अधिक पुलिसकर्मी सुरक्षा अरेंजमेंट में लगाए गए।
डॉ अंशु सिंगला डीसीपी एनआईटी ने जानकारी देते हुए बताया कि नगर निगम आयुक्त डा. गरिमा मित्तल सहित एमसीएफ का तोड़ फोड़ दस्ता 17 जेसीबी के साथ अतिक्रमण हटाने के लिए खोरी गांव में पहुंचा खोरी क्षेत्र में वन भूमि से अवैध अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू की गई।
पहले दिन की कार्रवाई के लिए जितना लक्ष्य रखा गया था उसे पूरा कर लिया गया है सुप्रीम कोर्ट के आदेश की पालना मे यह कार्रवाई जारी रहेगी तब तक एमसीएफ दस्ते को आवश्यक सुरक्षा दी जाएगी और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए असामाजिक तत्वों से सख्ती से निपटा जाएगा।
नगर निगम कमिश्नर डॉ गरिमा मित्तल ने जान की जानकारी देते हुए बताया कि माननीय उच्चतम न्यायालय के आदेशों का पालन करने के लिए 19 जुलाई तक का समय है और इस निर्धारित समय में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई पूरी कर ली जाएगी।
उन्होंने कहा कि बुधवार को जितने भी क्षेत्र में कार्रवाई के लिए लक्ष्य निर्धारित किया था उसे पूरा कर लिया गया है। बरसात की वजह से कार्रवाई को रोकना पड़ा है और यह कार्रवाई लगातार जारी रहेगी।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि खोरी क्षेत्र के लोगों के पुर्नवास के लिए नीति बनाई गई है और उन्हें ईडब्लूएस कोटे से डबुआ व बापू नगर क्षेत्र में फ्लैट उपलब्ध करवाए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि इसके लिए इस क्षेत्र में कैंप भी आयोजित किए जाएंगे। इस दौरान उन्होंने कहा कि लोगों को अस्थाई तौर पर रुकने के लिए शेल्टर होम भी बनाए गए हैं।