यूएचबीवीएन की अनोखी पहल, ‌अब आधे घंटे में होगा बिजली से संबंधित समस्या का समाधान, बनाई है यह योजना

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उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम अब लोगों को एक विशेष सुविधा देने जा रहा है। निगम अब आधे घंटे के भीतर फाल्ट को ठीक करेगा। इस व्यवस्था के लिए विशेष बदलाव किए गए है।

इसके लिए सोशल मीडिया पर भी व्हाट्सएप ग्रुप बनाए गए हैं। फॉल्ट ठीक होने के बाद सोशल मीडिया पर बनाए गए ग्रुप में तुरंत इस विषय में कार्यवाही अपडेट की जाएगी।

दरअसल, हरियाणा भर में बिजली की समस्या किसी से छुपी हुई नहीं है। प्रदेश भर में लोगों को बिजली सप्लाई करने का काम दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम तथा उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम करता है।

यूएचबीवीएन की अनोखी पहल, ‌अब आधे घंटे में होगा बिजली से संबंधित समस्या का समाधान, बनाई है यह योजना

दोनों ही निगम लोगों तक अपनी अच्छी सुविधाएं पहुंचाने के लिए प्रयासरत हैं वहीं अब उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम बिजली में आने वाले फॉल्ट को आधे घंटे के अंदर ठीक करेगा।

अधीक्षक अभियंता विनय बरनवाल ने बताया कि बिजली उपभोक्ताओं की शिकायत का समाधान तीव्रता से करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया पर पूरे एरिया में 86 व्हाट्सएप ग्रुप बनाए गए हैं।

यूएचबीवीएन की अनोखी पहल, ‌अब आधे घंटे में होगा बिजली से संबंधित समस्या का समाधान, बनाई है यह योजना

फॉल्ट रिपेयरिंग टीम को मौके पर भेजने का काम किया जा रहा है ताकि उपभोक्ताओं की शिकायत का निवारण हो सके। उन्होंने बताया कि ग्रुप में एरिया वाइज बिजली उपभोक्ताओं को जोड़ा जा रहा है ताकि बिजली से जुड़ी समस्याएं ग्रुप में शेयर हो सके। उपभोक्ताओं की ओर से बिजली की समस्या को शेयर करने के 15 मिनट से आधे घंटे में मौके पर फॉल्ट रिपेयरिंग टीम पहुंचकर फोन ठीक करने का काम करेगी।

फाल्ट ठीक करने के तुरंत बाद संबंधित क्षेत्र का एसडीओ व जेई ग्रुप में अपडेट करने का काम भी करेगा। अगर फाल्ट ज्यादा बड़ा होता है या फिर समय रहते पता नहीं लग पाता तो उसकी भी जानकारी सोशल मीडिया ग्रुप में अपडेट की जाएगी ताकि एरिया के लोगों को पता चल सके।

यूएचबीवीएन की अनोखी पहल, ‌अब आधे घंटे में होगा बिजली से संबंधित समस्या का समाधान, बनाई है यह योजना

एरिया की टीम का ग्रुप बनाया गया है जिसमें एक्सईएन से लेकर लाइनमैन तक को जोड़ा गया है। एरिया वाइज शिकायतें आते ही टीम के ग्रुप में शेयर किया जा रहा है।

इसके बाद मौके पर टीम फॉल्ट रिपेयर के लिए पहुंचती है। शिकायतों की मॉनिटरिंग करने के लिए एसडीओ को नोडल ऑफिसर भी बनाया गया है।