सेक्टर 30 स्थित श्रमिक विहार इलाके से एक अलग ही मामला सामने आया है जहां दो साल की बच्ची को मायके लेकर आई हुई मां के सामने से खेलते- खेलते बच्ची अचानक से गायब हो गई। 11 दिन बीत जाने के बाद भी मासूम बच्ची का अभी तक कोई सुराग नहीं लगा है।
शक के तौर पर पास से गुजरने वाली नहर में भी एनडीआरएफ और परिजन तलाश कर चुके है परन्तु फिर भी बच्ची का कुछ पता नहीं चल पाया है। बेटी के अचानक गुम हो जाने की शिकायत पीड़ित परिवार ने पुलिस (Police) में भी दी है, मगर पुलिस भी कोई सुराग नहीं लगा पाई है।
बल्लभगढ़ ऊंचा गांव में रहने वाली एक मां अपनी 2 साल की बेटी को लेकर सेक्टर 30 श्रमिक विहार अपने मायके आई थी. जहां वह शाम के करीब 5:30 बजे दूध गर्म कर रही थी और बेटी उसी की आंखों के सामने दरवाजे के बाहर गली में खेल रही थी.
खेलते खेलते बच्ची अचानक से गायब हो गई और जिस खिलौने से बच्ची खेल रही थी वह खिलौना पास ही गुजरने वाली नहर में मिला. जिससे परिजनों को शक हुआ कि कहीं बेटी खेलते खेलते नहर में तो नहीं गिर गई.
एनडीआरएफ की सहायता से नहर में बच्ची को खूब खोजा, लेकिन बेटी नहर में नहीं मिली. जिसके बाद परिजनों ने पुलिस में बेटी के गायब होने की एफआईआर दर्ज कराई. 11 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस अभी तक एक मां की नन्ही सी बेटी को खोजने में नाकाम रही हैं.
बेटी का अभी तक कोई सुराग नहीं लगा है, जिसके चलते परिजनों ने बच्ची का पता बताने वाले हैं व्यक्ति को ₹50000 नगद इनाम देने की घोषणा भी कर डाली है.
वहीं बेटी के ताऊ ने बताया कि वह लगातार पुलिस थाने के चक्कर लगा रहे हैं. वहां से सिर्फ एक ही जवाब मिलता है कि वह बच्ची को खोज रहे हैं. उन्हें अभी तक किसी पर कोई शक भी नहीं है.
वहीं इस घटना से जुड़ी हुई जानकारी देते हुए बच्ची के ताऊ ने बताया कि उन्हें पता चला है कि फरीदाबाद के अलग-अलग इलाकों से करीब आधा दर्जन बच्चे गायब हुए हैं जिसमें अधिकतर बेटियां हैं.