कलपुर्जों की नगरी फरीदाबाद में पानी निकासी के लिए प्रशासन के पास कोई योजना नहीं है। बारिश के कारण शहर में जगह-जगह जलभराव देखने को मिलता है क्योंकि बारिश के पानी के मद्देनजर शहर के ड्रेनेज सिस्टम को डिजाइन ही नहीं किया गया है।
फिलहाल स्थिति यह है कि नगर निगम और हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण की इंजीनियरिंग शाखा के अधिकारियों को पता ही नहीं है कि ड्रेनेज लाइन कहां है और क्यों रुकी हुई है? जब तक पूरे शहर के ड्रेनेज सिस्टम को पुनः नहीं सिरे से नहीं बिछाया जाएगा तब तक जलभराव के दिक्कत से शहर वासियों को दो-चार होना पड़ेगा।
दूसरा जो नाले और सीवर लाइन या ट्रेन लाइन है उनकी सफाई नहीं की गई है। पैसे नहीं होने के कारण ठेकेदारों ने नाली की सफाई का काम ही नहीं लिया। नगर निगम ने अपने स्तर पर करीब 50 लाख रुपए खर्च करके कुछ नालों की आधी अधूरी सफाई करवाई है जबकि जल निकासी के लिए नगर निगम अपने वार्षिक बजट में करीब 79 करोड रुपए खर्च करने का प्रावधान करता है।
मंत्री की घोषणा पर नहीं हुआ काम
केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने वर्ष 2015 में शहर में ड्रेनेज सिस्टम को दुरुस्त करने के लिए नई परियोजना तैयार करने के दिशा निर्देश नगर निगम सदन की बैठक में दिए थे लेकिन पैसे के अभाव के कारण इस पर काम नहीं किया गया।
कोई परियोजना नहीं बनाई गई हालांकि कुछ इलाकों में नई सीवर लाइन बिछाने की योजना तैयार की गई और उस पर काम भी किया जा रहा है लेकिन बरसाती पानी की निकासी के लिए कुछ भी नहीं किया गया है।
आपको बता दें कि शहर में 48 बड़े नाले हैं जिनमें से अधिकांश की समुचित सफाई नहीं हुई है। कई नाले गंदगी से अटे पड़े हैं तो कई नाले की सफाई आधी अधूरी की गई है। सफाई बारिश में और मुसीबत बन गई है।