टूटी सड़कें और जलभराव दे रही है हादसों को न्योता, प्रशासन का नहीं है ध्यान

0
272

वार्ड नंबर एक के अंतर्गत आने वाली राजीव कॉलोनी में इस समय जलभराव की स्थिति बनी हुई है जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। राजीव कॉलोनी के सेक्टर 56 टी पॉइंट पर हालात बद से बदतर है।

सड़क टूटी होने के कारण यहां से गुजरने वाले लोग चोटिल हो रहे हैं। स्थानीय निवासियों के अनुसार इस विषय में कई बार पार्षद को शिकायत दी जा चुकी है परंतु समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है।

टूटी सड़कें और जलभराव दे रही है हादसों को न्योता, प्रशासन का नहीं है ध्यान

दरअसल, शहर में मानसून सक्रिय होते ही नगर निगम के दावों की पोल खुलने लगी है। शहर के अलग-अलग हिस्सों में जलभराव की स्थिति देखने को मिल रही है जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वार्ड नंबर 1 की सड़कें भी जलमग्न है। यहां से गुजरने वाले लोगों को खासा परेशानी उठानी पड़ रही है।

स्थानीय निवासी योगेश ने बताया कि यहां पर काफी लंबे समय से इसी तरह के हालात बने हुए हैं। लोगों को काफी दिक्कत हो रही है। यहां प्रतिदिन एक्सीडेंट भी हो जाते हैं परंतु पार्षद का इस पर कोई ध्यान नहीं है। कई बार शिकायत के बावजूद भी कुछ नहीं हो पा रहा है।

टूटी सड़कें और जलभराव दे रही है हादसों को न्योता, प्रशासन का नहीं है ध्यान

एक अन्य स्थानीय निवासी रविंदर डागर ने बताया कि पार्षद ने वार्ड नंबर 1 में कुछ भी विकास कार्य नहीं करवाए हैं जिसके वजह से जनता को काफी दिक्कत हो रही है। उन्होंने बताया कि यह सड़क काफी लंबे समय से खराब है इसकी शिकायत कई बार की जा चुकी है परंतु कुछ भी नहीं हो पा रहा है।

गौरतलब है कि मानसून को लेकर नगर निगम के किए गए दावे जमीनी स्तर पर हवा-हवाई साबित हो रहे हैं। शहर भर के बड़े नाले कचरे से भरे हुए हैं जिसकी वजह से पानी की निकासी नहीं हो पा रही है और सड़कों पर जलभराव की स्थिति देखने को मिल रही है।

टूटी सड़कें और जलभराव दे रही है हादसों को न्योता, प्रशासन का नहीं है ध्यान

क्या कहना है पार्षद का
वार्ड नंबर 1 के कार्यकारी पार्षद मुकेश डागर ने बताया कि इस सड़क का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है परंतु 200 मीटर का हिस्सा रह गया है। इस विषय में निगम कमिश्नर डॉक्टर गरिमा मित्तल को सूचना दे दी गई है।

उन्होंने इस मामले को ज्वाइंट कमिश्नर हेड क्वार्टर को दे दिया है। उनका कहना है कि जब तक खोरी का मामला नहीं निपटता तब तक समस्या का समाधान नहीं हो पाएगा।