कलयुग में कुछ भी संभव है। यहां अपने ही तो दुश्मन हैं। जब कोई बच्चा जन्म लेता है तो उसके मां बाप को यह उम्मीद होती है कि बुढ़ापे के दिनों में वह उसका सहार बनेगा और जिंदगी के मुश्किल वक्त में उसके साथ रहेगा। लेकिन हर मां बाप की यह उम्मीद पूरी नहीं हो पाती। इस दुनिया में बहुत से ऐसे लोग हैं जो मां-बाप के बूढ़ा होने पर उन्हें वह बोझ लगने लगते हैं। ऐसा ही एक मामला सामने आया है। एक युवक अपनी बूढ़ी मां से छुटकारा पाने के लिए उसे जंगल में छोड़ आया।
बच्चों को बहुत ही लाड प्यार से मां बाप रखते हैं उन्हें पालते हैं। लेकिन इस बेटे ने एक बार भी नहीं सोचा कि उसकी मां का क्या होगा। वह कैसे रहेगी और कहीं बूढ़ी बेसहारा मां जानवरों के बीच अपने आप को कैसे सुरक्षित रखेगी। बेटा भले ही बेरहम निकला लेकिन फिर भी उसे उम्मीद लगी रही कि उसका बेटा उसे वापस लेने जरूर आएगा।
आज कल ऐसी कई खबरें हम देखते हैं जिसमें एक बेटा अपने माता-पिता को अकेला छोड़ देते हैं और उनको वृद्धाश्रम में भेजते हैं लेकिन यहां तो मामला ही अलग निकला। इस बुजुर्ग मां का भरोसा टूटा और बेटा दो दिनों तक उसे लेने नहीं आया। इस बीच कुछ ऐसा हुआ की बूढ़ी मां का इंसानियत पर विश्वास बना रहा। जब उधर से कुछ लोग गुजरे तो महिला जंगल में पड़ी मिली। सौभाग्य से जिन लोगो को बह महिला दिखी बह एक वृद्धाश्रम के कार्यकर्ता थे।
इस मामले की निंदा पूर्ण शहर में हो रही है। हर तरफ इसकी चर्चा है। उन्होंने तुरंत वृद्ध महिला को जंगल से उठाकर, वृद्धाश्रम ले गए। जंहा उन्होंने भूखी महिला को खाना खिलाया। जब महिला की भूख शांत हुई तो उसकी आँखों से आंसू छलक पड़े और मुंह से कपूत की करतूत। मामला आगरा के थाना सिकंदरा अंतर्गत कैलाश मंदिर के पास का है। पीड़ित बुजुर्ग महिला का नाम महादेवी है और पति का नाम स्व. अर्जुन सिंह।
बुजुर्ग की हालत देखकर सभी की आँखे नम पड़ गयी थी। सब चकित रह गए कि ऐसा भी बेटा किसी का होता है ?