भाई होतो ऐसा : बहन को दिया जीवनदान किडनी देकर बचाई जान, डॉक्टरों ने कहा….

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    रक्षाबंधन का त्यौहार कुछ ही समय में आने वाला है। भाई बहन के इस त्यौहार के कई मायने होते हैं। भाई ने अपनी एक किडनी बहन के लिए देकर उसे नया जीवन दिलाया है। गुजरात में तापी जिले के व्यारा तहसील निवासी लता अरविंद माह्यावंशी की किडनी 4 साल पहले फेल हो गई थी। जिससे वो बीमार रहने लगी।

    उसका भाई सबकुछ करने को तैयार था जैसे भी बहन ठीक हो जाये बस। बहन ने डेढ़ साल तक बहुत पीड़ा झेली। परिवार वाले उसे अस्तपालों में इलाज के लिए ले जाते थे। जहां तरह-तरह की दवाएं दी जातीं, लेकिन निदान नहीं हो पाया। फिर लता को सूरत के मिशन अस्पताल में नेफ्रोलॉजी विभाग की डॉ. वत्सा पटेल को दिखाया गया।

    भाई होतो ऐसा : बहन को दिया जीवनदान किडनी देकर बचाई जान, डॉक्टरों ने कहा....

    भाई बहन का रिश्ता अनोखा माना गया है। यूं तो भाई रक्षाबंधन पर अपनी बहन से राखी बंधवाकर उपहार देने के साथ उसकी रक्षा करने का वचन देते हैं, मगर यह मामला सबसे अलग है। डॉ. वत्सा ने उन्हें किडनी ट्रांसप्लांट करने का सुझाव दिया। तब लता के भाई हितेश ठाकुर ने उसे अपनी एक किडनी डोनेट करने का निर्णय लिया। हितेश के निर्णय से परिवार के लोग अवाक रह गए।

    भाई होतो ऐसा : बहन को दिया जीवनदान किडनी देकर बचाई जान, डॉक्टरों ने कहा....

    अक्सर देखा जाता है कि भाई अपनी बहन से हर समय लड़का ही रहता है परंतु भाई बहन जितना आपस में लड़ाई-झगड़ा करते हैं उससे कहीं ज्यादा यह एक-दूसरे से प्यार करते हैं। परिवार को समझाने के बाद अंगदान की प्रक्रिया शुरू की गई। हितेश की एक किडनी निकाली गई। उसके बाद उस किडनी को बहन लता के शरीर में ट्रांसप्लांट किए जाने के लिए ऑपरेशन शुरू किया गया।

    भाई होतो ऐसा : बहन को दिया जीवनदान किडनी देकर बचाई जान, डॉक्टरों ने कहा....

    भाई – बहन के बीच कितनी भी लड़ाई क्यों ना हो जाए, दोनों ही कुछ देर में फिर से ऐसे बात करने लगते हैं जैसे कुछ हुआ ही ना हो। लोग मरीज के भाई को दाद दे रहे हैं, जिसने रक्षाबंधन से पहले अपनी बहन को किडनी दान कर अपनी ओर से अमूल्य भेंट दी।