एक भी टहनी काटे बिना आम के पेड़ पर ऐसे बनाया बेहतरीन और स्मार्ट ट्री-हाउस

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    मकान बनाने के लिए लोग बहुत से पेड़ों का कत्ल कर देते हैं। हर इंसान का सपना होता है कि उसका एक प्यारा सा आशियाना हो। राजस्थान में झीलों के शहर उदयपुर का एक अनोखा घर पर्यावरण संरक्षण के लिए देश-दुनिया में एक नजीर बन चुका है। हम बात कर रहे हैं पर्यावरण प्रेमी इंजीनियर केपी सिंह के अनोखे ट्री-हाउस की, जो पिछले 20 साल से एक आम के पेड़ पर टिका हुआ है। सिंह का मकान चार मंजिला हैं। जिसे बनाने के बाद से केपी सिंह ने अब तक इसकी एक टहनी भी नहीं काटी।

    कुछ लोग मकान नहीं घर बनाते हैं। अगर वो सबसे हटकर यूनिक हो तो कहना ही क्या। इंजीनियर केपी सिंह ने अपना यह ट्री हाउस 2000 में बनाया गया था। तब से आज तक यह पेड़ और घर दोनों सही सलामत हैं। उदयपुर की खूबसूरती को निहारने आने वाले पर्यटक इस अनूठे घर की ओर भी आकर्षित होते हैं।

    Tree House in Udaipur

    साल 2000 में एक घर बनाया था जिसकी चर्चा 2021 में भी हो रही है। सिंह ने अपने सपनों के इस घर में पेड़ की टहनियों को काटने की बजाय उनका उसी रूप में इस्तेमाल किया है। जैसे किसी टहनी को सोफा का रूप दिया गया है, तो किसी को टीवी स्टैंड का। इंजीनियर केपी सिंह का यह प्यारा सा आशियाना लेकसिटी उदयपुर के चित्रकूट में स्थित है. सिंह ने अपने ‘ड्रीम हाउस’ का सपना संजोया था। आज से करीब 20 साल पहले उन्होंने उसे आम के पेड़ पर मूर्त रूप में उतारा।

    एक भी टहनी काटे बिना आम के पेड़ पर ऐसे बनाया बेहतरीन और स्मार्ट ट्री-हाउस

    कुदरत से प्यार करने वाले सिंह, झीलों के शहर उदयपुर में रहते हैं। इस घर को पेड़ की टहनियों के हिसाब से डिजाइन किया गया है। इसमें किचन, बाथरूम, बेडरूम, डाइनिंग हॉल समेत जमीन पर बने घर की तरह तमाम सुख सुविधाएं हैं। किचन बेडरूम आदि से पेड़ की टहनियां निकलती हैं। इसकी वजह से फल भी घर में ही उगते हैं।

    एक भी टहनी काटे बिना आम के पेड़ पर ऐसे बनाया बेहतरीन और स्मार्ट ट्री-हाउस

    आप इसे ट्री हाउस कह सकते हैं। लेकिन ये दिल बहलाने वाला ‘ट्री हाउस’ नहीं बल्कि एक फुल फर्निश्ड घरौंदा है। 1999 में उन्होंने उदयपुर में घर बनाने के लिए जमीन ढूंढना शुरू की थी। इस दौरान सुखेर इलाके में कॉलोनाइजर ने उन्हें हरे भरे पेड़ों के बीच एक जमीन दिखाई।