यह एक आम विचारधरा ही बन गयी है कि किसी भी पति-पत्नी के बीच तलाक का सबसे बड़ा कारण होता है दोनों के बीच हर दिन होने वाला झगड़ा या मनमुटाव। जब भी किसी महिला की शादी होती है तो वो अपने पति से ढेर सारा प्यार चाहती है। लेकिन उत्तर प्रदेश के संभल जिले में एक विचित्र घटना सामने आई है जिसमें, एक मुस्लिम महिला ने अपने पति से इस आधार पर तलाक मांगा है कि वह उसके साथ नहीं लड़ता है।
हर किसी महिला की जब शादी होती है तो वो अपने पति से ढेर सारा प्यार चाहती है। उसकी इच्छा होती है कि मेरा पति मेरी हर बात सुने और कभी मुझ से लड़ाई झगड़ा न करे। इस मामले में महिला ने अपनी शादी के 18 महीने बाद तलाक के लिए शरिया अदालत का दरवाजा खटखटाया। महिला ने कहा कि उसके पति का उसके लिए इतना प्यार उसके लिए ‘घुटन’ था, अब वह तलाक चाहती है।
रोजाना की लड़ाई से तंग आकर अक्सर पति-पत्नी एक-दूसरे से अलग होने का फैसला कर लेते हैं। मगर यह मामला अलग ही है। महिला ने कहा, “वह मुझ पर कभी चिल्लातानहीं है और न ही उसने मुझे कभी किसी मुद्दे पर परेशान किया है. वह मेरे लिए खाना बनाता है और घर का काम करने में भी मेरी मदद करता है।उसने आगे कहा, “जब भी मुझसे कोई गलती होती है, तो वह हमेशा मुझे माफ कर देता है।
आमतौर पर पति-पत्नी के बीच झगड़ों के चलते तलाक की नौबत आती है लेकिन इस मामले ने कई सवाल भी खड़े किये हैं। शरिया अदालत के मौलवी ने तलाक के लिए उसकी याचिका को जानबूझकर खारिज कर दिया है। जब शरिया अदालत ने उसे तलाक देने से इनकार कर दिया, तो महिला ने मामले को स्थानीय पंचायत के साथ उठाया, जिसने इस मुद्दे को तय करने में असमर्थता व्यक्त की।
झगड़ा न होने पर महिला ने पति से तलाक मांग लिया, इस बात से कई लोग हैरान हैं। पत्नी ने यह भी कहा है कि जबसे शादी हुई है, पति ने कभी भी ऊंची आवाज में बात नहीं की।