औद्योगिक नगरी में लगातार कूड़े के अंबार लगे रहते हैं ऐसे में लोग भी लगातार सीवर और नालियों में कूड़ा कचरा बाहर रहते हैं बात करे गंदगी की दो सीवर और नालियों में जगह-जगह गंदगी मिल जाएगी वही पानी भरा हुआ मिल जाएगा जिससे लोगों को आने जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है साथ ही लोग आने जाने में परेशान होते हैं ऐसे में नगर निगम की टीम भी अपना काम कर रही है लेकिन लोग फिर भी नहीं मानते लोग फिर भी नालियों में और शिविरों में लाइनों में लगातार गोबर बहाते हैं जिससे बाद में उन्हीं को भी दिक्कतें होती हैं और फिर वह सरकार को गाली देते हैं।
नगर निगम की टीमों ने विभिन्न क्षेत्रों में नालियों और सीवर लाइनों में गोबर डालने पर चालान काटना शुरू कर दिया है वहीं कचरा जलाने गंदगी फैलाने तथा पॉलिथीन की बिक्री पर पहले से ही चालान काटे जा रहे थे शुक्रवार को निगम की टीम ने 80 की प्रवृतियां कॉलोनी में तीन डेयरी संचालकों के चालान काटे इंद्रियों को गोबर सीवर लाइनों में ही डाला जाता था।
इस मामले में प्रत्येक पर ₹5000 जुर्माना किया गया है ऐसे ही ओल्ड फरीदाबाद में पॉलिथीन की बिक्री पर 14 चालान तथा बल्लभगढ़ में 5 चालान काटे गए हैं प्रत्येक पर 500 से लेकर ₹3000 तक जुर्माना किया गया है।
नियम आयुक्त यशपाल यादव के आदेश पर 40 वार्डों में सफाई प्रभारियों को यह जिम्मेदारी सौंपी गई थी लंबे समय की शिकायतें आ रही थी कि शहर के डेयरी संचालक सीवर लाइनों में गोबर डाल देते हैं इससे सीवर लाइन जाम हो जाती हैं विभिन्न क्षेत्रों में चल रहे डेरियो से रोजाना 125 से डेढ़ सौ टन गोबर निकलता है।
बहुत से लोग गोबर से उपले बनाते हैं ऐसे भी कोई लोग हैं जो गोबर को नालियों या सीवर लाइनों में बहा देते हैं कई जगह सड़कों पर गोबर दिखाई देता है इस स्थिति में सुधार के लिए अब निगम शक्ति बढ़ने लगा है।
कई वार्डों में चालान काटने को लेकर वार्ड प्रभारी गंभीर नजर नहीं आए निगम आयुक्त के आदेश पर वरिष्ठ सफाई निरीक्षक राजेंद्र दहिया ने सभी वार्ड प्रभारियों से स्पष्टीकरण मांगा है दया ने बताया कि है कार्यवाही आगे भी जारी रहेगी लोगों को खुद की जागरूकता खुद ही करनी होगी।