अब आप अपनी Bike को कर सकते है कुरियर, जाने तरीका और कितना लगेगा किराया

0
1957

आज के समय में कुरियर फैसिलिटी बहुत चल रही है। अगर हमें किसी को कोई भी सामान भेजना है तो, हम उसे यहीं से बैठे-बैठे किसी दूसरे शहर में कुरियर कर सकते हैं। और वह उस तक सही सलामत पहुंच जाता है। मगर क्या आप यह भी सोच सकते हैं कि हम बाइक को भी कुरियर कर सकते हैं। तो आज हम आपको एक तरीका बताएंगे जिससे अब बाइक भी कुरियर कर सकते हैं।

कई लोग दूसरे शहर में किसी भी वजह से शिफ्ट हो जाते हैं। मगर उन्हें अपनी बाइक या स्कूटर ले जाने में बहुत दिक्कत आती है। तो इसके लिए भारतीय रेलवे के जरिए ट्रांसपोर्ट करना एक अच्छा और सस्ता ऑप्शन हो सकता है। रेलवे कुरियर की मदद से आसानी से आप सामान को एक जगह से दूसरी जगह सकते हैं।ट्रेन से बाइक स्कूटर भेजने का एक तरीका हम आपको  बताएंगे।

अब आप अपनी Bike को कर सकते है कुरियर, जाने तरीका और कितना लगेगा किराया

आपको बता दें ट्रांसपोर्ट करने के 2 तरीके हैं। पहला तो लगेज के रूप में या फिर पर्सनल के रूप में। अब आप सोच रहे होंगे लगेज क्या होता है तो आपको बता दें लगेज का अर्थ है कि सामान को आप सफर के दौरान अपने साथ ले जा रहे हैं। वही आपको बता दें पर्सनल का अर्थ है कि आप सामान अपनी पसंद की जगह पर भेज रहे हैं लेकिन उसके साथ आप यात्रा नहीं कर सकते।

अब तरीके तो हमने आपको बता दिए, अब आप सोच रहे होंगे कि पार्सल कैसे करें। तो पार्सल करने के लिए सबसे पहले आपको अपने नजदीकी रेलवे स्टेशन पर जाना होगा वहां। आपको पार्सल से संबंधित पूरी जानकारी पार्सल काउंटर से दे दी जाएगी

अब आप अपनी Bike को कर सकते है कुरियर, जाने तरीका और कितना लगेगा किराया

आपको बता दे जानकारी हासिल करने के बाद सारे कागजात तैयार करने पड़ेंगे। कागजात की ओरिजिनल कॉपी और फोटो कॉपी दोनों अपने साथ रखें। वेरिफिकेशन के समय ओरिजिनल कॉपी की भी जरूरत पड़ सकती है। इसके बाद पार्सल करने से पहले आपकी बाइक के टैंक पर चेक किया जाएगा।

इन बातो का रखे खास ख्याल:

जिस दिन आप बाइक भेजना चाहते हैं, उससे कम से कम एक दिन पहले बुकिंग अवस्य कराएं।
बाइक का रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट और बीमा के कागज साथ में होने चाहिए।
आपका आईडी कार्ड – जैसे आधार, ड्राइविंग लाइसेंस आदि भी साथ में लगेगा।
बाइक अच्छी तरह पैक होनी चाहिए, खासतौर से हेडलाइट।
बाइक में पेट्रोल नहीं होना चाहिए। गाड़ी में पेट्रोल होने पर 1000 रुपये का जुर्माना देना होगा।

अब आप अपनी Bike को कर सकते है कुरियर, जाने तरीका और कितना लगेगा किराया

अब आपके दिमाग में एक बात जरूर जल रही होगी कि आखिर बाइक को ट्रांसफर कराने का किराया कितना होगा। तो आपको बता दें रेलवे से सामान भेजने के लिए वजन और दूरी के अनुसार किराए की गणना होती है। बाइक ट्रांसफर करने के लिए रेलवे सस्ता और तेज माध्यम है।

लगेज का चार्ज पर्सनल के मुकाबले थोड़ा ज्यादा होता है। 500 किलोमीटर दूर तक बाइक भेजने के लिए औसत किराया 1200 रुपए होता है। हालांकि इसमें थोड़ा अंतर आ सकता है। इसके अलावा बाइक पर पैकिंग पर करीब 300 से ₹500 तक खर्च हो जाते हैं।

अब आप अपनी Bike को कर सकते है कुरियर, जाने तरीका और कितना लगेगा किराया

इतना ही नहीं हम आपको किसकी बुकिंग करने की प्रक्रिया भी बता देते हैं। अगर गाड़ी का रजिस्ट्रेशन आपके नाम पर नहीं है, फिर भी आप अपनी आईडी से गाड़ी बुक करा सकते हैं। लेकिन गाड़ी की आरसी और बीमा कागजात जरूरी है। बाइक को अच्छी तरह पैक करना चाहिए ताकि उसमें कोई खराबी ना हो। पर्सनल की बुकिंग सुबह 10 से शाम 5:00 बजे तक होती है। लगेज की बुकिंग कभी भी गाए जा सकती है।