जिस तरह से दिन प्रतिदिन देश में एक बार फिर संक्रमण की रफ्तार तेज़ी से बढ़ती दिखाई दे रही हैं।।ऐसे में उसका नकारात्मक प्रभाव यात्रियों और ट्रेनों पर देखने को मिल रहा हैं। दरअसल, जो लोग ठंड बढ़ते देख उसका लुफ्त उठाने भ्रमण किया करते थे अब ऐसे यात्रियों में कमी देखने को मिल रही हैं। गौरतलब, रेवाड़ी के रास्ते चलने वाली लंबी दूरी की ट्रेनों में बुकिंग कम ही नहीं हुई, बल्कि टिकट कैंसिल हो रही हैं। पिछले 5 दिनों में हर दिन औसतन 60 टिकट कैंसिल हो रही हैं।
जानकारी के मुताबिक टिकट कैंसिल कराने वालों में अधिकांश वह लोग शामिल हैं, जिन्होंने बाहर आवाजाही करने हेतु टिकट बुक कराए हुए थे। इसके पीछे का कारण लोग संक्रमण के बढ़ते मामलों पर दोषी करार दे रहे हैं। हालांकि 26 जनवरी के बाद फिर से ट्रेनों में यात्रियों की संख्या बढ़ सकती है। इसके अलावा बगैर रिर्जवेशन की टिकटों की बिक्री भी कम होने लगी है। गुजरात, यूपी, महाराष्ट्र और बिहार की तरफ यात्रा करने करने वालों की संख्या काफी कम हुई है। ट्रेनों में भीड़ कम ही नजर आ रही है।
नववर्ष पर लोग सर्दी की छुट्टियां मनाने के लिए यात्रा करते हैं। इन समय कोरोना संक्रमण के बढ़ रहे मामलों के चलते यात्रा करने वालों की संख्या घट रही है। इसके अलावा फसल बिजाई या कटाई के लिए बिहार, उत्तर प्रदेश, असम आदि राज्यों की ओर जाने वाले लोग ज्यादा आवागमन करते हैं। अभी फसल कटाई शुरू नहीं हो रही है। ऐसे में कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी आती है तो 26 जनवरी से आरक्षण कराने वालों की संख्या बढ़ सकती है।
दरअसल, हर साल लोग सर्दी के सीजन में दिसंबर के अंतिम सप्ताह से नववर्ष तक पहाड़ों के साथ गोवा की ओर जाने के लिए कई माह पहले से टिकट बुक कराते रहे हैं। अब कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं तो लोग घरों पर ही रहना पसंद कर रहे हैं। रेवाड़ी जंक्शन पर 2 आरक्षण खिड़की हैं, जहां से प्रतिदिन औसतन 300 से 500 टिकट बुकिंग होती थी लेकिन पिछले 5 दिनों में 60 से 70 टिकट रद्द हो रही हैं।