फोन करके बोलते थे “पहचाना कौन” कोरोना काल में सभी चीज़ो में बदलाव देखने को मिल रहा है, लेकिन अपराध की दुनिया में यह बदलाव ज़्यादा दिखाई दे रहा है | अपराधियों ने नए – नए हत्कंडे अपनालिये हैं | फरीदाबाद से एक ऐसा मामला आया है जिसको सुन आप अपने विश्वसनीय लोगों पर भरोसा नहीं कर सकेंगे | साइबर अपराध शाखा की टीम ने ऑनलाइन ठगी करने वाले एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है जो मोबाइल फोन से कॉल पर खुद को परिचित बताकर ठगी करता था |
इस गिरोह के तीन बदमाशों को साइबर अपराध शाखा ने गिरफ्तार किया है। तीनों नूंह मेवात के रहने वाले हैं। इनके पास से ठगी के 37 हजार रुपये भी पुलिस ने बरामद किया है |
महामारी कोरोना ने बहुत से लोगों की रोजी – रोटी छीन ली है, जैसे – जैसे अनलॉक प्रक्रिया शुरू हो रही है वैसे – वैसे अपराधों की दुनिया भी बढ़ रही है | अपराधी नए तौर तरीकों से अपराध को अंजाम दे रहे हैं | सावधानी इस समय कोरोना से ही नहीं हमें इन ठगों से भी करनी है |
अख़बारों में ऑनलाइन ठगी के मामले तो बहुत आम हैं | फरीदाबाद पुलिस प्रवक्ता धारणा यादव ने कहा कि गिरोह के बदमाश काफी दिनों से फरीदाबाद और आसपास के जिलों में सक्रिय थे | इन लोगों ने कई लोगों से ठगी करने की बात को कबूल किया है |
आरोपियों ने आईपी कॉलोनी निवासी श्रुतिशर्मा को झांसा देकर उनके अलग-अलग बैंक खातों से 37 हजार रुपये ठग लिए थे | इसकी शिकायत सेक्टर-31 में दर्ज कराई गई थी |
फिल्में भले ही बंद हैं कोरोना के कारण, लेकिन आपको फिल्मों जैसी कहानियां खूब मिल जाएंगी सुन ने को | यह आरोपी पहले लोगों के पास फ़ोन कर उनकी अपनी आवाज पहचानने के लिए कहते थे | जब कॉल सुनने वाला व्यक्ति अपने किसी परिचित का नाम बताते थे जालसाज वही परिचित बनकर उनसे बात करना शुरू कर देते थे | इसके बाद वह कहीं से पेमेंट आने का झांसा देकर अकाउंट मंगाने के लिए राजी करते थे |
फिर एक लिंक शेयर करते थे, जो पेमेंट रिक्वेस्ट के लिए होता है | जैसे ही कॉल सुनने वाला उस लिंक को क्लिक करता है उसके खाते से पैसे निकाल लिए जाते हैं |