गैस सिलेंडर के आने से घरों में खाना बनाने का तरीका बिलकुल बदल गया है। आजकल सभी के घरों में गैस सिलेंडर का इस्तेमाल होता है। सभी के घर खाना गैस पर ही बनता है। आपके घर में गैस सिलेंडर आता होगा तब आपलोगो ने एक बात पर ध्यान नहीं दिया होगा।
जी हां बहुत कम लोगों को ये बात पता होगी लेकिन सिलेंडर लेने से पहले ये बात को जानना बेहद जरूरी है। चलिए आपको बताते है दरअसल आप सभी लोगो ने गैस सिलेंडर पर तस्वीर में दिखाया गया नंबर अवश्य देखा होगा।
पर क्या आपको इस नंबर का मतलब पता है। आज हम आपको गैस पर लिखे इस नंबर का मतलब बताएंगे कि आखिर इसका क्या मतलब होता है। हम बात कर रहे हैं गैस सिलेंडर पर लिखे एक विशेष कोड नम्बर की जो सिलेंडर के सबसे ऊपर रेगुलेटर के पास तीन पट्टी लगी होती है।
दरअसल, गैस सिलेंडर पर लिखा जाने वाला ये नंबर सिलेंडर की एक्सपायरी डेट होती है। ये सुनकर आपके होश उड़ गए होंगे लेकिन अभी से सावधान हो जाइए।
जी हां, रसोई में काम आने वाले हर गैस सिलेंडर पर एजेंसी द्वारा यह नंबर अंकित किया जाता है जो सिलेंडर की एक्सपायरी डेट के रूप में जाना जाता है। इसे एजेंसी के कर्मचारी या सिलेंडर डिलीवरी करने वाले तो आसानी से समझ सकते हैं लेकिन एक आम उपभोक्ता के लिए इसे समझ पाना पेचीदा साबित होता है।
आपको ये समझना बेहद जरूरी ताकि गलती से भी आपके घर में एक्सपायरी वाला सिलेंडर न आ सके। क्योंकि आप सभी को पता है कि सिलेंडर फटने के मामले कई आते है।
वहीं इसे आप आसान से समझ सकते है। किसी एक पर A, B, C, D लिखा होता है। इनका मतलब है कि गैस कंपनी हर एक लेटर को 3 महीनों में बांट देते हैं, A का मतलब जनवरी से मार्च और B का मतलब अप्रैल से जून तक होता है। उसी तरह से C का जुलाई से लेकर सितंबर और D का मतलब अक्टूबर से दिसंबर तक होता है।